सारस न्यूज़ टीम, सारस न्यूज़, अररिया।
अररिया बिहार में पूर्ण शराबबंदी है। बिहार सरकार शराब बंदी अभियान को सफल बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। शराबबंदी को सख्ती से लागू कराने के लिए ताबड़तोड़ कार्रवाई चल रही है। इस बीच भरगामा थाना व प्रखंड कार्यालय सह अंचल कार्यालय के बीच में स्थित मनरेगा कार्यालय के ठीक सामने अंचल अधिकारी आवास के ठीक पीछे शराब की खाली बोतलें मिली है। भरगामा थाना जैसे नामचीन जगहों पर शराब की खाली बोतल 12 फरवरी शनिवार के दोपहर मिलने से यह साफ जाहिर होता है कि भरगामा थाना क्षेत्र में सरकार की शराबबंदी का कोई असर नहीं है। सरकार ने जब पूर्ण शराबबंदी की घोषणा कर दी तो आखिर शराब की बोतल कैसे थाना कैंपस के पीछे महज कुछ ही मीटर की दूरी पर अंचल अधिकारी के आवास के पीछे पहुंचा? यदि पहुंचा तो इसके जिम्मेदार कौन हैं? इससे यह संभावना जताई जा रही है कि भरगामा थाना क्षेत्र में निश्चित ही पुलिस और शराब माफिया का गठजोड़ है। एक तरफ सरकार का पूर्ण शराबबंदी तो दूसरी तरफ प्रखंड मुख्यालय में शराब की खाली बोतल व डिब्बा फेके होने पर पुलिस प्रशासन व प्रखंड प्रशासन और अंचल प्रशासन पर सवाल उठना लाजमी है। प्रखंड सह अंचल कार्यालय व थाना कार्यालय के बीच में स्थित सीओ आवास के पीछे शराब की खाली बोतल मिलने से प्रखंड प्रशासन सह अंचल प्रशासन व पुलिस प्रशासन पर प्रश्न चिन्ह खड़ा होता है। आखिर शराब की बोतल आई कहां से? अंचल अधिकारी की आवास के पीछे शराब की खाली बोतल आखिर कहां से आई? बताते चलें कि प्रखंड सह अंचल कार्यालय व थाना कार्यालय के बीच में स्थित है अंचल अधिकारी का आवास। वहीं प्रखंड क्षेत्र में चर्चा का विषय है कि आखिर शराबबंदी के बाद भी शराब की बोतले कहां से व कैसे पहुंच रही है? इस संबंध में भरगामा थाना अध्यक्ष आदित्य कुमार से सवाल किए जाने पर वो पत्रकारों को जवाब देने के बदले अपने आप को बचाते नजर आ रहे हैं।