सारस न्यूज़ टीम, सारस न्यूज़।
इंडिया गेट पर बने अमर जवान ज्योति की मशाल (लौ) अब हमेशा के लिए बंद हो जाएगी। 21 जनवरी यानी शुक्रवार को एक समारोह में अमर जवान ज्योति जवान की मशाल को नेशनल वार मेमोरियल (राष्ट्रीय युद्ध स्मारक) की लौ में मिला दी जाएगी। शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि देने और देश के प्रति उनके बलिदान को याद रखने के लिए अब नेशनल वॉर मेमोरियल पर ही यह मशाल जलती रहेगी। इसके साथ अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए नेशनल वॉर मेमोरियल जाएंगे। अब तक प्रधानमंत्री इसके लिए इंडिया गेट जाते रहे हैं। आपको बता दें कि करीब 3 साल पहले ही नेशनल वॉर मेमोरियल (राष्ट्रीय युद्ध स्मारक) बनकर तैयार हुआ है। नेशनल वॉर मेमोरियल को 40 एकड़ जमीन पर 176 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है।
5 दशकों तक इंडिया गेट स्मारक में जलने वाले मशाल को ब्रिटिश सरकार ने प्रथम विश्व युद्ध के बाद 1914-21 के बीच जान गंवाने वाले ब्रिटिश भारतीय सैनिकों की याद में बनाया था। बाद में अमर जवान ज्योति को 1970 में पाकिस्तान पर भारत की बड़ी जीत के बाद युद्ध स्मारक में शामिल किया गया और 1971 से इंडिया गेट के अमर जवान ज्योति पर यह मशाल की लौ जलती आ रही है। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में उन सभी भारतीय रक्षा कर्मियों के नाम हैं, जिन्होंने 1947-48 से विभिन्न अभियानों में अपनी जान गंवाई है। पाकिस्तान के साथ गलवान घाटी में युद्ध चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष एवं आतंकवाद विरोधी अभियानों में जान गंवाने वाले सैनिकों के नाम भी स्मारक की दीवारों पर शामिल हैं।