सारस न्यूज एजेंसी, नई दिल्ली।
देश की राजधानी दिल्ली को नया उपराज्यपाल मिल गया है। विनय कुमार सक्सेना को केंद्र सरकार ने नया एलजी बनाया गया है। राष्ट्रीय खादी विकास एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले अनिल बैजल यहां के उपराज्यपाल थे। भारत सरकार ने अनिल बैजल के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है। इसके बाद अपने आदेश में यह कहा कि अब यहां के अगले एलजी विनय कुमार सक्सेना होंगे। हालांकि राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के विदेश यात्रा के कारण दिल्ली के नए उपराज्यपाल के नाम में देरी हुई। राष्ट्रपति रविवार को अपने विदेश दौरे से वापस आए और सोमवार को यह नाम सामने आ गया। लंबे समय से चला आ रहा यह संशय अब खत्म हो गया। मालूम हो कि राज्यपाल या उपराज्यपाल की नियुक्ति के लिए केंद्र सरकार की सलाह पर राष्ट्रपति के हाथ से उनकी सील के साथ परिपत्र भेजा जाता है। इसीलिए प्रकिया में समय लगा। हाल ही में अचानक अनिल बैजल ने 18 मई को दिल्ली के उपराज्यपाल के पद से इस्तीफा दे दिया था। राष्ट्रपति के विदेश दौरे पर होने के कारण नए उपराज्यपाल की घोषणा नहीं हो पाई थी। लोग बहुत उत्सुकता से नए उपराज्यपाल के नाम को सुनना चाह रहे थे।
बताते चलें कि उपराज्यपाल से पहले विनय कुमार सक्सेना भारत में खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष थे। 23 मार्च 1958 को जन्मे विनय कुमार सक्सेना कानपुर विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र रहे हैं। सक्सेना ने जेके ग्रुप के साथ धोलर पोर्ट प्रोजेक्ट के निदेशक का महत्वपूर्ण पद भी संभाला है। नए उपराज्यपाल व्यापक रूप से प्रशंसित एनजीओ-एनसीसीएल (नेशनल काउंसिल फॉर सिविल लिबर्टीज) के संस्थापक-अध्यक्ष भी हैं।