सारस न्यूज, वेब डेस्क।
भारत और फ्रांस के बीच जल्द ही बड़ी रक्षा डील होने वाली है। दोनों देश 3 स्कॉर्पियन पनडुब्बियों और 26 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद को लेकर अंतिम चर्चा कर रहे हैं।
फ्रांस पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय फ्रांस दौरे पर हैं। वह सोमवार, 10 फरवरी 2025 की रात फ्रांस की राजधानी पेरिस पहुंचे, जहां फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एलिसी पैलेस में उनका जोरदार स्वागत किया। भारत और फ्रांस के बीच रक्षा सहयोग पहले से ही मजबूत है और यह डील दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत करेगी।
फ्रांस को पसंद आया भारत का ‘पिनाका’
भारत और फ्रांस करीब 1 लाख करोड़ रुपये की डिफेंस डील को अंतिम रूप देने वाले हैं, जिसमें 3 स्कॉर्पियन पनडुब्बियां और 26 राफेल लड़ाकू विमान शामिल हैं। इसके अलावा, फ्रांस भारत से मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम ‘पिनाका’ खरीदने पर भी विचार कर रहा है।
इस संबंध में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) में स्ट्रैटेजिक सिस्टम्स के डायरेक्टर जनरल उम्मालनेनी राजा बाबू ने कहा कि फ्रांस ‘पिनाका’ को लेकर सक्रिय बातचीत कर रहा है। उन्होंने बताया कि तीन महीने पहले भारत में ही फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल को पिनाका सिस्टम दिखाया गया था।
भारत खरीदेगा 26 राफेल लड़ाकू विमान
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत और फ्रांस के बीच 63,000 करोड़ रुपये की राफेल डील पर चर्चा चल रही है। इस डील में सिंगल-सीट राफेल लड़ाकू विमान और चार ट्विन-सीट ट्रेनर विमान शामिल होंगे।
यह सौदा कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की अंतिम मंजूरी के बाद पूरा होगा। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फ्रांस और अमेरिका दौरे के बाद CCS इस डील पर विचार करेगी। इस समझौते के तहत भारतीय नौसेना की ताकत में और वृद्धि होगी।
तीन स्कॉर्पियन पनडुब्बियों की डील
भारत फ्रांस के साथ 3 स्कॉर्पियन पनडुब्बियों के निर्माण को लेकर भी समझौता करने जा रहा है। महाराष्ट्र के मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL) में 3 डीजल-इलेक्ट्रिक स्कॉर्पियन पनडुब्बियों के निर्माण के लिए 33,500 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट पर चर्चा जारी है।
इस प्रोजेक्ट को कई मंत्रालयों के साथ बातचीत के बाद CCS की मंजूरी मिलनी है। हालांकि, स्कॉर्पियन पनडुब्बियों की कीमत को लेकर अभी बातचीत जारी है, क्योंकि शुरुआती कीमत अपेक्षाकृत अधिक बताई गई थी।
डील पर जल्द होंगे हस्ताक्षर
संभावना है कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के अंत (31 मार्च 2025) से पहले भारत और फ्रांस इस महत्वपूर्ण रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर कर लेंगे।