सारस न्यूज़ टीम, सारस न्यूज़।
राज्य में प्रशासनिक व्यवस्था और सुदृढ़ और संवेदनशील बनाने के इरादे से सरकार ने एक बार फिर मुख्यालय से लेकर जिला तक के अफसरों को उनके कार्य दायित्व का अहसास कराते हुए कई निर्देश जारी किए हैं। साथ ही उनका कड़ाई से पालन करने की हिदायत भी दी गई है। राज्य के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने इस संबंध में सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव के साथ सभर प्रमंडलों के आयुक्त, जिलाधिकरियों के नाम एक पत्र जारी किया है। ऐसा ही पत्र 2018 में भी जारी किया गया था।
मुख्य सचिव ने अपने निर्देश में कहा है कि राज्य स्तर पर अधिकारी हर सोमवार, मंगलवार और शुक्रवार को मुख्यालय में उपस्थित रहे। यदि बैठकें भी होनी है तो इन्हीं तीन दिनों में होंगी। अफसर प्रत्येक शुक्रवार आम लोगों से मिलने का समय निर्धारित करें और उसका प्रचार-प्रसार कराएं। शेष दिन अफसर क्षेत्र भ्रमण करें और विभागीय कार्यो का निरीक्षण और समीक्षा करें। अफसरों को ताकीद है कि अनुसूचित जाति-जनजाति के टोलों का भ्रमण जरूर करें ताकि विकास कार्यों का प्रभावी निरीक्षण सुनिश्चित हो सके। मुख्यालय की तरह प्रमंडल, जिला, अनुमंडल, प्रखंड और अंचल स्तर तक के अधिकारी आम लोगों से मिलने के लिए शुक्रवार को कार्यालय में उपस्थित रहेंगे। सरकार अफसरों की टूर डायरी की सघन मॉनिटरिंग भी करेगी।
मुख्यालय की तरह जिलों में डीएम, एसएसपी और एसपी के लिए विभिन्न स्टेक होल्डर्स के साथ नियमित बैठक करने के निर्देश जारी किए गए हैं। स्टेक होल्डर्स में हाई स्कूल-कालेज के प्राचार्य, छात्र संघ के प्रतिनिधि, नगर निकाश्, पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि, खेल संघों खिलाडिय़ों और सांस्कृतिक गतिविधियों से जुड़े लोग, विकास मित्र, चैंबर आफ कामर्स व उद्योग संघों के पदाधिकारी किसान समूह, जिलों में काम कर रही एजेंसियों के प्रतिनिधि और डाक्टर वगैर शामिल किए गए हैं।