सारस न्यूज़ टीम, सारस न्यूज़।
अररिया जिले में 27 जनवरी 2022 को स्पीडी ट्रायल के तहत पाक्सो एक्ट के विशेष न्यायालय के न्यायाधीश शशिकांत राय ने दुष्कर्मी मु. मेजर को फांसी की सजा सुनाई थी जिसमें मात्र चार दिनों में ही आरोप का गठन कर दुष्कर्मी को सजा दे दी गई। इस फैसले ने एक नया राष्ट्रीय रिकार्ड बनाया है।
बिहार सरकार के अभियोजन निदेशालय ने इसे लेकर भेजे गए अपने पत्र में कहा है कि बिहार में चार दिन में एससी-एसटी व पाक्सो एक्ट में मृत्युदंड की सजा कराने का राष्ट्रीय रिकार्ड है। इससे पूर्व मध्य प्रदेश के कटनी में बच्ची से दुष्कर्म के मामले में पांच दिन में अभियुक्त को मृत्युदंड दिया गया था। न्यायाधीश शशिकांत राय के न्यायालय में 22 जनवरी को आरोप का गठन किया गया। 24 जनवरी को अभियोजन साक्ष्य बंद किया गया व 25 को दोनों पक्षों की बहस न्यायालय द्वारा सुनी गई। इसी दिन अभियुक्त को दोषी करार दिया गया। 27 जनवरी को अभियुक्त मु. मेजर को मृत्युदंड की सजा दी गई।
