बीरबल महतो, सारस न्यूज़, किशनगंज।
बिहार के विधान परिषद (एमएलसी) के स्थानीय प्राधिकार कोटे वाले 24 सीटों पर कभी भी चुनाव की घोषणा संभव है। बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की रिपोर्ट पर चुनाव आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है। दरअसल, बिहार में अप्रैल-मई में नगर निकाय चुनाव प्रस्तावित है। इस वजह से चुनाव आयोग इससे पहले विधान परिषद की सीटों पर चुनाव संपन्न करा लेना चाहता है। बिहार से चुनाव आयोग को भेजी गई रिपोर्ट में चुनाव के लिए तय सीटों, मतदाताओं, बूथों इत्यादि की सारी जानकारी उपलब्ध करा दी गई है। इसके अनुसार 24 विधान परिषद सदस्यों के लिए होने वाले चुनाव में पंचायतीराज संस्थाओं के 1 लाख 32 हजार मतदाता शामिल होंगे। चुनाव के लिए सभी प्रखंडों में 540 बूथों का गठन होगा। बड़े प्रखंडों में दो बूथ बन सकते हैं। चुनाव में पंचायत के मुखिया, वार्ड सदस्य, पंचायत समिति के सदस्य, जिला पार्षद सदस्य वोटर होते हैं। वहीं, शहरी निकाय से नगर पंचायत, नगर परिषद और नगर निगम के निर्वाचित सदस्यों के अलावा कंटोनमेंट बोर्ड के सदस्य भी स्थानीय निर्वाचन क्षेत्र प्राधिकार के माध्यम से निर्वाचित होने वाले सदस्यों का चुनाव करते हैं।
16 जुलाई 2021 को समाप्त हो गया था कार्यकाल।
विधान परिषद के स्थानीय निकाय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित 24 सदस्यों का कार्यकाल 16 जुलाई 2021 में ही समाप्त हो चुका है। इन सीटों के लिए चुनाव 16 जुलाई से पहले ही हो जाना था। कोरोना काल की दूसरी लहर के दौरान पंचायत चुनाव में हुई देरी के कारण अबतक इन सीटों के लिए नए सिरे से चुनाव नहीं हो सका है। वहीं सीमांचल क्षेत्र के दो सीटों में स्थानीय निकाय प्राधिकार क्षेत्र से कार्यकाल पूरा करने वाले विधान पार्षद पूर्णियां-अररिया-किशनगंज क्षेत्र के डॉ दिलीप कुमार जायसवाल व कटिहार क्षेत्र के अशोक अग्रवाल हैं।