शशि कोशी रोक्का, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिला परिषद सभागार में आज जिलाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश की अध्यक्षता में बालश्रम, बाल यौनशोषण, बाल तस्करी बाल दुर्व्यवहार विषय पर जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश एवं पुलिस अधीक्षक डॉ. इनामुल हक ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। अपने संबोधन में जिलाधिकारी ने कहा कि बचपन बचाओं अभियान के तहत योगदान देनेवाले कैलास सत्यार्थी को वर्ष 2014 में नोबेल शांति पुरूस्कार से सम्मानित किया गया था। आज इस जिले में उनके संस्था के द्वारा बाल संरक्षण जन संवाद कार्यक्रम एक अच्छी आयोजन है।
जिला पदाधिकारी ने विशन किशकू नामक एक युवक का हवाला देते हुए, कहा कि विशन किशकू मानव तस्कर गिरोह के प्रलौभन में फंसकर चाइल्ड ट्रैफिकिंग का शिकार हुआ था, बाद में चाइल्ड लाइन के प्रयास से मुक्त कराया गया है। इस ट्रैफिकिंग के पीछे ग्रामीण जागरूकता एवं अशिक्षा ही है। डीएम ने कहा कि बालक एवं बालिकाओं के लिए सबसे बड़ा चुनौती किशनगंज में नशाखोरी है। उन्होंने कहा कि इस नशा के दलदल में फंसे युवाओं को निकालने के लिए जिले में अभियान चलाया जाएगा। उधर किशनगंज एसपी ने कहा कि समाजिक तौर पर पीड़ित बच्चें या बच्चियों को ही बालश्रम, बाल यौनशोषण, बाल तस्करी आदि का शिकार होते हुए अधिकत्तर देखा गया है। क्योकि देखा जाए तो परिवारिक कहल, नशेड़ी पिता आदि के पीड़ित बच्चों को परिवार से मोह भंग हो जाता है और अपराध की दिशा में वह अग्रसर हो जाता है इसलिए बच्चों को पीड़ित होने से बचाने के लिए समाजिक सुधार की ओर भी ध्यान जाना चाहिए। ताकि बच्चें को स्वस्थ वातावरण मिल सके और ऐसे बाल अपराध में दर में भी कमी आ सकती है।