सारस न्यूज टीम, गोपालगंज।
तूफान से गोपालगंज जिले में भारी तबाही हुई है। इस जिले में तेज आंधी के कारण 177 पोल व 85 ट्रांसफॉर्मर गिरने से बिजली की आपूर्ति ठप रही।जिले में करीब एक हजार से अधिक पेड़ गिर गये। दोपहर में जबरदस्त तपिश और वायुमंडल में बढ़ी हुई नमी के संयोग से पश्चिम में गोपालगंज से पूर्व में कटिहार तक जबरदस्त आंधी चली। आंधी के साथ-साथ कई जगहों पर बारिश भी हुई हैं। तूफान से गोपालगंज जिले में भारी तबाही हुई हैं। इस तेज आंधी तूफान के कारण 177 पोल व 85 ट्रांसफॉर्मर गिरने से बिजली की आपूर्ति ठप रही।जिले में करीब एक हजार से अधिक पेड़ गिर गये। कुचायकोट में पेट्रोल पंप उखड़ गया। कोर्ट परिसर में पानी टंकी गिर गया।
आसमान में दिखा धूल का बवंडर
इस आंधी-पानी (थंडर स्टोर्म ) की विशेष दशा के लिए बिहार से गुजर रही दो-दो ट्रफलाइन के चलते बने कम दबाव ने प्रेरक का काम किया। इस तरह 200 किमी की चौड़ाई का दायरा लेकर चली इस आंधी ने एक मौसमी चक्र बना लिया। यह थंडर स्टोर्म 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 450 किमी तक चला. इससे दिन में अंधेरा-सा छा गया। गंगा के मैदानी इलाकों में धूल का बवंडर आसमान में काफी घना और ऊंचाई तक देखा गया।
अब तक 30 लोगों की मौत
आंधी के दौरान पेड़ गिरने व ठनके से राज्य भर में अब तक 30 लोगों की मौत हो गयी। जबकि कई घायल हो गये। हालांकि आपदा प्रबंधन विभाग ने नौ लोगों के ही मरने की पुष्टि की है. कई जगह बिजली के पोल- ट्रांसफॉर्मर और पेड़ उखड़ गये और बिजली आपूर्ति व ट्रेन सेवा ठप हो गयी। आम व लीची को भारी नुकसान पहुंचा है। इधर पटना के पालीगंज में ओलावृष्टि भी हुई। अगले चार दिन भी पूरे बिहार में आंधी-पानी का अलर्ट जारी किया गया है।