बीरबल महतो, सारस न्यूज़।
डाक विभाग ने बिहार कृषि विश्वविद्यालय के सहयोग से राज्य की बौद्धिक संपदा एवं भागलपुर की शान कतरनी चावल और जर्दालू आम का विशेष आवरण किया। इससे अंतरराष्ट्रीय फलक पर ब्रांडिग होगी। राज्य के बांका, भागलपुर एवं मुंगेर जिले में इसकी खेती करने वाले किसानों को ज्यादा आय अर्जित होगी। शुक्रवार की दोपहर विश्वविद्यालय के सभागार में भागलपुर डाक प्रमंडल द्वारा उक्त दोनों प्रमुख उत्पादों के प्रचार-प्रसार के लिए भव्य कार्यक्रम किया गया। आवरण का विमोचन बतौर मुख्य अतिथि बीएयू के कुलपति डा. अरुण कुमार ने किया। इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि भागलपुर के दो प्रमुख उत्पादों की वैश्विक स्तर पर ब्रांडिग के लिए डाक विभाग द्वारा विशेष आवरण जारी किया गया है, जो मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि इन दो उत्पादों को जीआई टैग मिल जाने के बाद इसकी महत्ता काफी बढ़ गई है। इसके प्रचार-प्रसार से किसानों को बड़ा बाजार मिलेगा। उनके उत्पादों की डिमांड बढ़ेगी और उसका बेहतर बाजार मूल्य भी मिलेगा। किसानों की समृद्धि के नए द्वार खुलेंगे। कुलपति ने किसानों से कतरनी धान का रकबा बढ़ाने की बात कही। उन्होंने वैज्ञानिकों से कहा कि कतरनी धान के बीज और जर्दालू आम का प्लांटिग मटेरियल पर्याप्त मात्रा में तैयार करें ताकि किसानों को यह सहजता से प्राप्त हो सके।
मौके पर विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित निदेशक डाक सेवाएं पूर्वी क्षेत्र पवन कुमार ने कहा कि बीएयू के प्रयास से उक्त दो उत्पादों को जीआई टैग मिला है। हम इंडिया पोस्ट के माध्यम से केंद्र एवं राज्य की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। भागलपुर के इस संपदा को भी वैश्विक पहचान दिलाने का काम करेंगे।
इसके पूर्व समारोह में अतिथियों का स्वागत बीएयू के निदेशक अनुसंधान डा. अहमद ने किया। जबकि धन्यवाद ज्ञापन की भागलपुर के डाक अधीक्षक आरपी प्रसाद ने किया। उद्घाटन सत्र में हैप्पी वैली स्कूल के छात्र छात्राओं ने अतिथियों के अभिनंदन में स्वागत गान की प्रस्तुति की।