सारस न्यूज़ टीम, सारस न्यूज़।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के आकांक्षी जिलों (एसपिरेशनल डिस्ट्रिक्ट) में शामिल बिहार के शेखपुरा जिले के पिछड़ेपन को दूर करने मेंं डीएम इनायत खान के प्रयासों की सराहना की है। शनिवार को वर्चुअल बातचीत में उन्होंने शेखपुरा में कुपोषण के क्षेत्र में किए गए बेहतर कामों को सराहा और कहा कि अति पिछड़े जिले को आकांक्षी जिले के रूप में चिह्नित करने से यहां बेहतर काम होने लगा है।
नीति आयोग द्वारा आकांक्षी जिलों में चयनित शेखपुरा में समुदाय आधारित गतिविधियों की बदौलत पोषण के सूचकांकों में बदलाव देखा गया है। राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य सर्वे 2015 -16 की अपेक्षा 2019-20 में कई स्तर पर सूचकांक में अपेक्षित परिणाम दिखाई दिए हैं। कुपोषण के क्षेत्र में यहां गंभीर रूप से लोगों में दुबलापन और अल्पवजन को दूर करने की वजह से सूचकांक में बदलाव आया हैं।
कुपोषण में बदलाव के आंकड़े:-
गंभीर रूप से दुबलेपन में कमी आई है, सूचकांक 10.8 प्रतिशत से घटकर 7.7 हुआ है। दुबलेपन में भी कमी आई है, सूचकांक 28.9 प्रतिशत से घटकर 16.3 हुआ है। अल्प वजन का सूचकांक 51.7 प्रतिशत से घटकर 37.6 हुआ है।
पीरामल फाउंडेशन ने किया काम:-
शेखपुरा के आकांक्षी जिला के रूप में चिह्नित होने पर नीति आयोग के प्रतिनिधि के तौर पर पीरामल फाउंडेशन ने स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में यहां काम किया। कुपोषण के क्षेत्र में बदलाव की पहल हुई। संस्था के जिला प्रभारी रहे विशाल कुमार बताते हैं कि जनजागरूकता और कुपोषण से लड़ने के लिए सभी उचित दवाएं और पौष्टिक आहार को जन-जन पहुंचाने के लिए प्रेरित करने की पहल ने इस बड़े बदलाव को अंजाम दिया है।