बीरबल महतो, सारस न्यूज़, किशनगंज।
सीमांचल में तीन माह में धार्मिक न्यास बोर्ड की जमीन में 500 एकड़ की वृद्धि हुई है। जिले में तीन महीने के अंदर 372 एकड़ जमीन बढ़ कर 563 एकड़ हो चुकी है। कटिहार में धार्मिक न्यास बोर्ड की चिन्हित जमीन पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा रामजानकी के नाम से अस्पताल बनवाया जाएगा। सरकार धार्मिक न्यास बोर्ड की जमीन को संरक्षित करने के लिए संकल्पित है। जिलों में जिलाधिकारी से लेकर अंचलाधिकारी धार्मिक न्यास बोर्ड की जमीन को चिन्हित करने का काम कर रहे हैं। उक्त बातें गन्ना उद्योग व विधि मंत्री प्रमोद कुमार ने मंगलवार को प्रमंडलीय आयुक्त सभागार में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि धार्मिक न्यास की जमीन को चिन्हित करने के साथ-साथ उसे संरक्षित करने के लिए भी पहल किया जा रहा है। सभी चिन्हित जमीन की मापी कर उन्हें न्यास बोर्ड के नाम से निबंधित करवाया जायेगा। मंत्री ने बताया कि कटिहार जिले में पूर्व में धार्मिक न्यास की 100 एकड़ जमीन चिन्हित थी। लेकिन अब यह 300 एकड़ पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि पहले किशनगंज जिले में कोई जमीन चिन्हित नहीं थी लेकिन वहां भी 50 एकड़ जमीन अभी तक चिन्हित की जा चुकी है। अररिया में भी धार्मिक न्यास बोर्ड की जमीन में इजाफा हुआ है। पूरे बिहार में सरकार धार्मिक न्यास बोर्ड की 30 हजार एकड़ जमीन चिन्हित कर चुकी है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में यह आंकड़ा और बढ़ेगा। विधि मंत्री ने कहा कि सरकार की योजना है कि सभी भू स्वामी को प्रमाण पत्र दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन को धार्मिक न्यास की जमीन को चिन्हित कर उसे अपलोड करने के लिए प्रपत्र भी उपलब्ध करवाया गया है। जिसमें कौन सी भूमि कहां है, निबंधित ट्रस्ट है या अनिबंधित सारी जानकारी उपलब्ध रहेगी। अनिबंधित ट्रस्ट का धार्मिक न्यास बोर्ड से निबंधन करवाया जाएगा।