सारस न्यूज, वेब डेस्क।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को घोषणा की कि बहुत जल्द ही नई नियमावली के आधार पर शिक्षकों की नियमित नियुक्ति शुरू होगी। इस साल के अंत तक दो लाख से अधिक शिक्षक नियुक्त होंगे। साथ ही पहले से पढ़ा रहे नियोजित शिक्षकों का वेतन बढ़ाएंगे। नई बहाली में भी पुराने वाले को आवेदन करने का मौका होगा। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के सभी सात दलों ने मिलकर शिक्षक नियुक्ति की नई नियमावली तय की है।
मुख्यमंत्री जदयू प्रदेश कार्यालय के कर्पूरी सभागार में आयोजित बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती समारोह में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षकों की अब नियमित नियुक्तियां होंगी। आगे बहाल शिक्षक सरकार के कर्मचारी होंगे। अभी कार्यरत शिक्षक पंचायत के कर्मचारी होते हैं, जिन्हें उसी पंचायत में काम करना होता है। सरकारी कर्मचारी होंगे तो कही भी नौकरी करेंगे और उन्हें सब सुविधाएं मिलेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. आंबेडकर ने संविधान की रचना कर राष्ट्र निर्माण में अपना बहुमूल्य योगदान दिया। हमारी सरकार ने दलित, पिछड़े, अतिपिछड़े व अल्पसंख्यक समाज के उत्थान के लिए ढेर सारे काम किए हैं। हमारी पार्टी महात्मा गांधी, डॉ. आंबेडकर, जयप्रकाश नारायण, राममनोहर लोहिया, कर्पूरी ठाकुर के विचारों पर चलने वाली पार्टी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि टोला सेवक, तालिमी मरकज और विकास मित्रों की सेवा 60 वर्ष की आयु तक के लिए मैंने पहले ही कर दी है। अब इनके काम के साथ-साथ इनकी आमदनी भी बढ़ाएंगे।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जो भी मेरे साथ गठबंधन में रहा मेरी योजना को माना है। वर्ष 2005 से लेकर अभी तक जो भी दल मेरे साथ रहा हो, पर हर बार कार्यक्रम हमने तय किया।
2005 और 2010 में भी हमने सबकुछ तय किया। 2015 में हमने सात निश्चय तय किया और गठबंधन बदला तो भी इस योजना पर सभी ने काम किया। 2020 में सात निश्चय पार्ट-2 तय किया और जिसपर अभी काम हो रहा है। पर, कुछ लोग भ्रम पैदा करने को अनाप-शनाप बोलते हैं।