सारस न्यूज़ टीम, सारस न्यूज़।
बिहार के मधुबनी जिले के झंझारपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में नाबालिक के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। चार युवकों द्वारा नाबालिक को बेहोश कर यह घटना को अंजाम दिया गया और मरा हुआ समझ कर लड़की को गोइठा (गोवर के उपले) घर में फेंक दिया गया। पीड़िता के पिता के आवेदन पर चार युवकों को नामजद करते हुए प्राथमिकी दर्ज की गई है। पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए मधुबनी भेजा गया। उप पुलिस अधीक्षक आशीष आनंद ने पीड़ित नाबालिग एवं उनके परिजनों से पूछताछ की ओर पूरी घटना की जानकारी ली। घटना 13 अगस्त के रात की बताई गई है, जबकि थाने में आवेदन 16 अगस्त को दी गई है।
प्रशिक्षु उप पुलिस अधीक्षक सह थानाध्यक्ष नेहा कुमारी ने बताया कि 16 अगस्त को ही आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार 16 वर्षीय लड़की जब 13 अगस्त की रात अपने चापाकल पर थाली धोने के लिए गई थी, तो घात लगाए चार युवकों ने उनका अपहरण कर लिया।एक ने मुंह दबाया, दो ने हाथ पकड़ा और तीसरे चौथे ने बेहोशी की सुई लगा दी। रात भर लड़की गायब रही, सुबह मरणासन्न स्थिति में गोइठा (गोवर के उपले) घर मे बेहोशी अवस्था में मिली। पीड़िता के पिता का दावा है कि चारों दरिंदों ने मेरी बेटी को मरा हुआ समझकर फेंक दिया था। लड़की की स्थिति बता रही थी, कि चारों ने इनके साथ बुरा काम किया होगा। तत्काल पिता ने उसे अनुमंडल अस्पताल लाया, जहां होश में आने के बाद लड़की ने रात में अपने साथ हुई सारी बातें बताई। जिसके अनुसार उसी गांव के चार युवको ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है!
प्राथमिकी में बताया है कि लड़की का गला दबाया गया था, जिसके कारण वह ठीक से बोल नहीं पा रही है। लिखकर और इशारा कर अपने साथ हुए बातों को बताया है। डीएसपी आशीष आनंद ने कहां की IPC (इंडियन पैनल कोड) के विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद और अनुसंधान के बाद गैंगरेप की पुष्टि की बात कही जा सकती है। उन्होंने यह भी बताया कि नामजद लोगों से पीड़ित लड़की के घर वाले की पुरानी पहचान है। नामजादो में एक पीड़ित लड़की के भाई का दोस्त भी बताया गया है। फिलहाल सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। उचित कानूनी कार्रवाई होगी और पीड़िता को न्याय मिलेगा।