सारस न्यूज टीम, पटना।
पटना में ड्रग्स के काले धंधे में एक भाभीजी का नाम काफी चर्चित है। भाभीजी के नाम से मसहूर इस महिला ने इतना बड़ा गिरोह तैयार कर लिया है। कि अब पुलिस और एनसीबी के लिए यह गिरोह एक चैलेंज बना हुआ है।
बिहार के कई जिलों में नशे का कारोबार फल-फूल रहा है। भागलपुर, किशनगंज, मुजफ्फरपुर के अलावा कई जिले ऐसे हैं जहां नशे का कारोबार कर रहे गिरोह ड्रग्स, गांजा, ब्राउन सुगर का बाजार पसार चुके हैं। राजधानी पटना में भी आए दिन किसी न किसी गिरोह का खुलासा होता ही रहता है। बात पटना में नशे का कारोबार करने वाले गिरोह की होती है तो जिक्र ‘भाभीजी’ का होता है। भाभीजी का नेटवर्क इतना बड़ा है कि इसने पुलिस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) को भी परेशान रखा है।
कौन है पटना की भाभीजी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पटना में ड्रग्स के बाजार में एक गिरोह काफी अधिक सक्रिय है। और इसे संचालित किया जाता है इस कारोबार का कमान थामने वाली एक भाभीजी के द्वारा। पटना पुलिस और एनसीबी राधा देवी को भाभीजी के नाम से जानती है। दरअसल, ड्रग्स के कारोबार में ये इसी नाम से जानी जाती है। पुलिस ने कई बार इस महिला को गिरफ्त में लिया। लेकिन आज भी इसके नेटवर्क का पता करना आसान नहीं हो रहा। इस गिरोह ने बिहार में शराबबंदी के दौरान जमकर अपना बाजार जमाया और नशे के इस दलदल में हर उम्र के लोगों को धकेला।
पति भी बेचता था गांजा, ऐसे बनी करोड़ों की मालकिन
राधा देवी उर्फ भाभीजी का पति भी नशे के कारोबार में ही लिप्त था। कुछ साल पहले ये करकट के कमरे में रहा करते थे। राधा देवी का पति गुड्डू गांजे की पुड़िया बेचता था। पटना पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी किया। वहीं बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद इसकी पत्नी राधा ने ड्रग्स के धंधे की कमान थाम ली। ब्राउन शुगर, स्मैक, हेरोइन आदि की बिक्री जोरों पर रही और गिरोह में उसने कई सदस्य जोड़े।
