बिहार का एक आइएस अधिकारी इन दिनों किताबों के महादान को लेकर सुर्खियों में हैं। ये कोई और नहीं, पूर्णिया जिले के डीएम राहुल कुमार हैं। उन्होंने गांव-गांव पुस्तकालय खुलवाने के सपनों को धरातल पर उतारा है। उनके इस मुहिम से आम और खास हर कोई जुड़ रहा है।
अभियान किताब दान के तहत जिले में अब तक 1,05,567 पुस्तकें जमा हो चुकी हैं। जिले में 30 सितंबर तक विशेष किताब संग्रह अभियान चलाया जाएगा। अभियान के तहत लोगों को अभियान किताब दान के माध्यम से जिले में संचालित पंचायत स्तरीय पुस्तकालय के लिए किताब दान के लिए लोगों को प्रेरित किया जाएगा। शिक्षक दिवस के अवसर पर रविवार को डीएम राहुल कुमार ने समाहरणालय परिसर से मोबाइल किताब रथ को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। यह रथ लोगों को जागरूक करने का काम करेगा। इस अवसर पर डीएम राहुल कुमार ने कहा कि पूर्णियां जिले में अभियान किताब दान के तहत 230 पंचायत में से 187 पंचायतों में पंचायत स्तरीय ग्रामीण पुस्तकालय शुरू हो चुका है। अभियान किताब दान के तहत अभी तक जिले में 1,05,567 पुस्तक दान स्वरूप मिले हैं। सितंबर महीने के अंत तक जिले के सभी पंचायतों में ग्रामीण पुस्तकालश् की स्थापना हो जाएगी। जिसका लाभ ग्रामीण इलाकों के बच्चों के साथ-साथ आम लोगों को मिलेगा। उन्होंने आम लोगों से भी अभियान किताब दान के तहत लोगों से नई और पुरानी किताब दान करने की अपील की। शिक्षक दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी ने अभियान किताब दान के तहत बेहतर पुस्तकालय संचालन करने वाले 14 संचालक व स्वंयसेवकों को भी सम्मानित किया गया। इसमें प्रत्येक प्रखंड से एक-एक बेहतर पुस्तकालय संचालन करने वाले संचालकों को चिन्हित किया गया था। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि पुस्तकालय ज्ञान का भंडार है। किताब सबसे अच्छा साथी है जो हमें ज्ञान देता है। बेहतर पुस्तकालय संचालन के कारण से लोगों को ज्यादा फायदा मिल रहा है। इनसे अन्य पुस्तकालय संचालन करने वाले भी प्रेरित होंगे। उन्होंने लोगों से किताब दान के लिए आगे आने का आह्वान किया।
इस दौरान उप विकास आयुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।