शशि कोशी रोक्का, सारस न्यूज़, ठाकुरगंज।
जिलाधिकारी, डॉ आदित्य प्रकाश के द्वारा आगामी बकरीद (ईद उल-अज़हा) त्यौहार के मद्देनजर रखते हुए विधि व्यवस्था संधारण हेतु प्रतिनियुक्त किए गए दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को ब्रीफ करने हेतु बैठक का आयोजन अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में किया गया। सभी बीडीओ, सीओ, एसएचओ और प्रखण्ड में प्रतिनियुक्ति दंडाधिकारी वीसी के माध्यम से जुड़े थे।
ब्रीफिंग के दौरान सर्वप्रथम अनुमंडल पदाधिकारी ने अवगत कराया कि 21 जुलाई से लेकर 23 जुलाई तक 3 दिन त्यौहार मनाया जाएगा। 94 स्थानों पर दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी विधि व्यवस्था संधारण हेतु प्रतिनियुक्त किए गए हैं। जिस स्थल पर उन्हें प्रतिनियुक्त किया गया है वहीं उपस्थित रहकर विधि व्यवस्था संबंधी दायित्वों का निर्वहन करेंगे, उनका मोबाइल हमेशा ऑन रहना चाहिए।
अपर समाहर्त्ता श्री ब्रजेश कुमार को विधि व्यवस्था संधारण हेतु जिला का वरीय प्रभारी पदाधिकारी बनाया गया है। जिला आपदा संचालन केंद्र में स्थापित जिला नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या 06456- 225152 है। जिला नियंत्रण कक्ष के वरीय प्रभार में मनन राम, डीडीसी रहेंगे, जिनका मोबाइल नंबर 9431818380 है। नियंत्रण कक्ष 20 जुलाई से लगातार 23 जुलाई तक कार्यरत रहेगा। इसके अतिरिक्त शहर के फल पट्टी चौक पर अस्थायी नियंत्रण कक्ष भी कार्यरत रहेगा,जिसके प्रभार में विकास कुमार वरीय उप समाहर्ता रहेंगे। संपर्क संख्या 7481041101 है। साथ ही, प्रखण्ड स्तरीय नियंत्रण कक्ष थाना परिसर में कार्यरत रहेगा। बकरीद त्यौहार के अवसर पर विधि व्यवस्था संबंधी स्थिति पर स्वच्छ एवं कड़ी निगरानी नियंत्रण कक्ष द्वारा रखी जाएगी। नियंत्रण कक्ष में पर्याप्त संख्या में पुलिस पदाधिकारी, कर्मियो की भी प्रतिनियुक्ति की गई है।
इस अवसर पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने उपस्थित पुलिस पदाधिकारियों को ब्रीफ करते हुए उन्हें स्मरण कराया कि पहले भी उन लोगों ने सफलतापूर्वक विभिन्न त्योहारों के अवसर पर विधि व्यवस्था संधारण संबंधी दायित्वों का निर्वहन किया है। सभी पदाधिकारी चिन्हित स्थल पर ही वे प्रतिनियुक्त रहे और प्राप्त सूचना को वरीय पदाधिकारियों और थानों तक पहुंचाएं। छोटी छोटी चीजों को भी नजरअंदाज नहीं करना है। तीन दिवसीय बकरीद पर्व के अवसर पर तीनों दिन सजग रहकर कर्तव्य का निर्वहन करना है। अफवाहों पर भी ध्यान देना है और इसका खंडन करना है। कुर्बानी के मांस को ढक कर एक जगह से दूसरे जगह पर मित्रों, परिचितों एवं गरीबों को बांटने के लिए ले जाए जाने हेतु प्रोत्साहित करना है। थाना के सभी पदाधिकारी व कर्मी भ्रमणशील रहे और सतत निगरानी रखें।
जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने उपस्थित दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को अवगत कराया कि कोविड के तीसरे लहर की आशंका बनी हुई है, अतः हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है। कोविड के चलते सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाना आवश्यक है, और इस संदेश को लोगों तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। कोविड महामारी के आलोक में एक जगह पर लोगों का जमावड़ा नहीं होना चाहिए। सभी धार्मिक संस्थान भी बंद रहेंगे। सामूहिक नमाज नहीं अदा की जाएगी। अल्पसंख्यक समाज के लोग अपने घरों में ही नमाज़ पढ़ें। सार्वजनिक स्थल पर भी सामूहिक नमाज की अनुमति नहीं होगी। बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड, इमारते शरिया, मदरसा बोर्ड आदि सिर्फ अल्पसंख्यक संस्थानों ने धार्मिक स्थलों के बंद रहने और सार्वजनिक नमाज अदा नहीं करने के संबंध में अपील जारी किया है। इन संगठनों ने कोविड अनुरूप व्यवहार अपनाने और सरकार के दिशा-निर्देशों का अनुपालन करने की अपील भी की है। बकरीद में सामान्यतः पहले दिन ही जानवरों की कुर्बानी दी जाती है। कुर्बानी को गरीबों एवं परिचितों में बांटा जाता है। इस बात पर ध्यान रखना है कि खुले तौर पर बिना ढके कुर्बानी का मांस नहीं ले जाना है। इस संबंध में सोशल मीडिया से अफवाहें फैल सकती हैं जिसका त्वरित खंडन करना है। किसी भी सोशल मीडिया समूह में कोई ऐसी अपुष्ट गतिविधि देखें, तो इसका खंडन करते हुए इसे फैलने से रोकें और असामाजिक तत्व को चिन्हित कर कार्रवाई करें। कुर्बानी से अन्य समुदायों को समस्या ना हो, इसका भी ध्यान रखा जाए। सभी पदाधिकारियों को सतर्क एवं सजग रहना है। विधि व्यवस्था का उल्लंघन की स्थिति में कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सभी दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी निष्पक्ष होकर कार्य करें।
विदित हो कि राज्य सरकार द्वारा यथा-संशोधित दिशा-निर्देशों के आलोक में जिले में सभी धार्मिक स्थल आमजनों के लिए बंद रहेंगे। बकरीद पर्व को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने हेतु विभिन्न स्तरों पर शांति समिति की बैठक के साथ अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के साथ भी बैठक की जा चुकी है। त्योहार के शांतिपूर्ण ढंग से मनाए जाने हेतु पांच गस्ती दल भ्रमण शील होकर विधि व्यवस्था पर नजर रखेंगे और चिन्हित 87 स्थल पर मैजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारी स्थेतिक रूप में प्रतिनियुक्ति किए गए है।
जिलाधिकारी ने अफवाहों के संबंध में भी सावधान किया और कहा कि यदि अफवाह संज्ञान में आए तो तुरंत अवगत कराएं। एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ी तैयार हालत में जिला में लगी रहेगी। डॉक्टर और पारा मेडिकल टीम भी एंबुलेंस में रहेगी। क्विक रिस्पांस टीम का भी गठन किया गया है। मस्जिदों एवं खानकाहों के आसपास विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया।
उन्होंने कहा कि अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को तारतम्य बनाकर काम करना होगा। इसी प्रकार थाना प्रभारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी के बीच में समन्वय होना जरूरी है। किसी भी प्रकार की घटना घटित हो तो ये घटनास्थल पर जाएं। दोषी व्यक्ति पर निष्पक्ष ढंग से कार्रवाई करें। आसन्न पंचायत चुनाव को देखते हुए असामाजिक तत्व सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने का प्रयास कर सकते हैं, इस पर भी विशेष ध्यान देना है। शांति समितियों को सक्रिय रखना होगा इनमें शामिल लोग स्थानीय स्तर के जनमत निर्माता एवं जनप्रतिनिधि होते हैं और इनका स्थानीय प्रभाव होता है। अतः शांति समिति का व्हाट्सएप ग्रुप बनाने का निर्देश निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी घटना घटे, तो अविलंब संज्ञान में लाएं।
जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश द्वारा दंडाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों एवं जिलावासियों को बकरीद त्यौहार की शुभकामनाएं दी गईं एवं विधि व्यवस्था संधारण हेतु कर्तव्य पर उपस्थिति के दौरान भाईचारा, अमन, सौहार्द, सद्भाव एवं शांति को बनाए रखने का सख्त निर्देश दिया गया।
उक्त ब्रीफिंग में उप विकास आयुक्त, सभी वरीय उप समाहर्त्ता, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी,अनुमंडलीय पीजीआरओ, जिला कल्याण पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, नगर कार्यपालक पदाधिकारी सहित वीसी के माध्यम से सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं थाना प्रभारी उपस्थित थे।
