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बिजली विभाग की लापरवाही के कारण दशकों से बाजारवासी व दुकानदार मौत के साए में जीने को हैं विवश

विजय गुप्ता, सारस न्यूज़, गलगलिया।

किशनगंज जिले के भातगाँव पंचायत अंतर्गत सीमावर्ती गलगलिया बाजार जो स्टेशन के चैराहे से लेकर शिव मंदिर तक जहाँ केवल दुकानदार और ग्राहकों की भीड़ ही नजर आती है। हर रोज नेपाल के सैकड़ों नागरिक भी दैनिक उपयोग की सामग्री खरीद करने आते हैं। मगर वर्षों से यह बाजार वायर गार्ड लेस 11 हजार व 440 वोल्टेज के करंट से प्रवाहित तारों के नीचे लगता है। अगर बिजली का तार टूटकर गिर जायेगा तो अंजाम क्या होगा यह कल्पना करने मात्र से मन में सिरहन पैदा हो जाती है। विद्युत प्रवाहित तार टूटकर गिरने से पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के नागरिक भी इसके चपेट में आएंगे। जिससे छवि खराब होने के रुप में देश को चुकानी पड़ेगी। तार टूटकर सीधे धरती में न गिरे इसके लिये विभाग या ठेकेदार द्वारा अब तक कोई प्रबंध नहीं किया गया है।

दुकानदारों सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा कई बार ध्यान आकृष्ट कराने के बावजूद भी बिजली विभाग ने कभी इसे गंभीरता से नहीं लिया। ऐसा भी नहीं है कि यह तार कभी टूटकर नहीं गिरा। कई बार तेज हवा में तार टूट कर गिरी है और लोग बाल बाल बच गए हैंयह बाजार ऐतिहासिक होने के साथ साथ नेपाल वासियों के लिये काफी पसंदीदा बाजार है। बाजार की मुख्य विशेषता यह है कि यहां हर रोज हटिया लगती है व लगभग सात सौ से आठ सौ लोगों की संख्या प्रत्येक रोज एक ऐसे जगह पर जमा होती है जहां ठीक ऊपर 11 हजार वोल्टेज व 440 वोल्टेज करंट से प्रवाहित बिजली तार लटक रहा है। रोजी रोटी की चाह और फुटपाथी दुकानदारों के लिये जगह न होने से गरीब दुकानदार मजबूरन जान की बाजी लगाकर इन तारों के नीचे अपनी आजीविका चला रहे हैं। और बिजली विभाग की लापरवाही के कारण दशकों से बाजारवासी व दुकानदार इसके चलते मौत के साए में जीने को विवश है।

बाजारवासियों ने किया था विरोध

24 वर्ष पूर्व बाजार के ऊपर से सिर्फ 440 वोल्टेज का बिजली तार बिना वायर गार्ड के था। विभाग द्वारा आज तक वायर गार्ड नहीं लगाया गया मगर उसी पोल से 11 हजार वोल्ट के हाई वोल्टेज तार लगा कर बिजली आपूर्ति की व्यवस्था कर दी गई। स्थानीय लोगों ने इसका विरोध कर काम को रोकने का प्रयास किया था मगर विद्युत अधिकारियों के जल्द ही तार के नीचे जाली लगाने के आश्वासन पर लोगों को मानना पड़ा। आज 22 वर्ष बीतने के उपरांत विभाग इस गंभीर विषय को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। यह स्थिति तब है जबकि बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों से लेकर पंचायत प्रतिनिधि, विधायक व सांसद तक से लोगों ने गुहार लगाई।

11 हजार व 440 वोल्टेज का तार एक ही पोल से ले जाना गलत है। तार के नीचे बायर गार्ड जरुरी है। समय रहते विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो बहुत बड़ी अप्रिय घटना हो सकती है।
महावीर राय (उपमुखिया, भातगाँव गलगलिया)

पूर्व मुखिया बुधन पासवान ने बताया कि 11 हजार व 440 वोल्टेज का तार एक ही पोल से ले जाना गलत है। तार के नीचे बायर गार्ड जरुरी है।

व्यवसायिक विकास चंद्र घोष ने बताया कि 11 हजार व 440 वोल्टेज तार एक ही पोल के सहारे ले जाना गलत है।

गलगलिया निवासी अशोक झा ने बताया कि समय रहते विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो बहुत बड़ी अप्रिय घटना हो सकती है।

मृत्युंजय राय ने कहा कि बिजली विभाग को भारत की छवि की चिंता नहीं है।

तार बदलने या जाली लगाने का काम बजाज कंपनी को दिया गया था। तार तो बदल दिया गया पर जाली नही लगाया गया, इस समस्या से वरीय पदाधिकारी को अवगत कराकर जल्द ही समाधान की जाएगी। राजेश रंजन (कनीय विद्युत अभियंता, ठाकुरगंज)

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