सारस न्यूज़ टीम, किशनगंज।
नालंदा में जिस जहरीली शराब पीने से 12 लोगों की मौत हुई वह झारखंड के रास्ते आई स्प्रिट से बनाई गई थी। बिहारशरीफ की पहाड़ियों पर ही जहरीली शराब बनाई गई थी। मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है। विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक, उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने नालंदा का दौरा किया और डीएम-एसपी के साथ स्थल का निरीक्षण किया। पुलिस-प्रशासन को विशेष टीम इस मामले की जांच के लिए झारखंड भी जाएगी और मामले की तफ्तीश करेगी।
पटना लौटने पर उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने बताया कि स्थानीय पुलिस-प्रशासन के साथ डॉक्टरों व पीडि़त स्वजनों ने भी जहरीली शराब पीने की जानकारी दी है। ऐसे में मौत की वजह जहरीली शराब ही लग रही है। इस मामले में थानेदार पहले ही निलंबित किए जा चुके हैं। उत्पाद विभाग के भी जो अधिकारी दोषी होंगे, उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
शराब पीने वालों पर भी दर्ज होगा मुकदमा:-
उत्पाद आयुक्त ने बताया कि जहरीली शराब पीने से बीमार हुए चार-पांच व्यक्तियों का अब भी इलाज चल रहा है, उन्होंने भी शराब पीने की बात स्वीकारी है। फिलहाल पहली प्राथमिकता उनकी जान बचाने की है, इसके बाद शराब पीने वाले व्यक्तियों की पहचान कर उनपर मद्य निषेध अधिनियम के तहत कार्रवाई भी की जाएगी। इस मामले में कुछ अवैध शराब कारोबारियों की भी पहचान की गई है, जिनके विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। इनमें से कई पहले भी शराब के मामले में जेल जा चुके हैं।
अतिक्रमण की आड़ में शराब का धंधा:-
नालंदा के छोटी और बड़ी पहाड़ी इलाके में पहुंचे अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने स्थानीय डीएम और एसपी को अविलंब इलाके में अवैध ढंग से रह रहे लोगों को हटाने का निर्देश दिया। जांच में यह बात आई है कि अतिक्रमण की आड़ में यहां लंबे समय से अवैध शराब बनाई जा रही थी। ऐसे इलाकों को चिन्हित कर लगातार कार्रवाई जारी रखने का निर्देश दिया गया है।