सारस न्यूज टीम, पटना।
बिहार पुलिस को अब बोधगया में ही कमांडो ट्रेनिंग मिलेगी। बोधगया के बीएमपी-3 परिसर में विशेष अभियान दल (एसटीएफ) का ट्रेनिंग सेंटर बनकर तैयार हो गया है। जल्द ही यहां एसटीएफ की ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी। पुलिस मुख्यालय में शुक्रवार को डीजीपी एसके सिंघल ने आधुनिकीकरण और स्टेट क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एससीआरबी) की समीक्षा बैठक की जिसमें यह जानकारी दी गई। फिर आना ही पड़ता है टाइपिंग करने के लिए
बैठक में एडीजी आधुनिकीकरण कमल किशोर सिंह ने बताया कि राज्य में 28 नक्सल थाने बनने हैं, जिसमें 14 नक्सल थानों का काम पूरा हो गया है, जबकि शेष का काम चल रहा है। स्टेट प्लान के अंतर्गत 763 पुलिस थानों में महिला शौचालय सह स्नानागार का कार्य पूरा कर लिया गया है। 51 पुलिस लाइन व बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस केंद्रों में 20 सीट महिला शौचालय सह स्नानागार का निर्माण किया गया है। राज्य के 447 थानों में आगंतुक कक्ष का निर्मिाण कार्य पूरा कर लिया गया है, जबकि 181 थानों में कार्य जारी है।
बिहार पुलिस में एसटीएफ का गठन वर्ष 2000 में हुआ था। बोधगया में एसटीएफ ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण वर्ष 2015 में शुरू हुआ था। कोरोना के कारण इसमें देरी हुई मगर अब यह तैयार हो गया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यहां एक बार में 200 जवानों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें स्वाट और जंगल वार फेयर की ट्रेनिंग भी शामिल होगी। ट्रेनिंग सेंटर में प्रशासनिक व प्रशिक्षण भवन, जवानों के लिए बैरक, अफसरों का ट्रेनर हास्टल भी बनाया गया है। इसके साथ फायरिंग रेंज, परेड व खेल मैदान का निर्माण भी किया गया है।
डीजीपी ने कहा कि जो काम पूरे हो गए हैं, उसकी चर्चा आवश्यक नहीं। जो कार्य शेष या लंबित हैं, उनको पूरा करने पर जोर देना आवश्यक है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही कठिनाइयों के पिन प्वाइंट को चिह्नित कर उसे दूर करने का टास्क दिया। एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने एआइजी नीलेश कुमार को आग्नेयास्त्रों की खरीद के लिए आर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड की विभिन्न इकाइयों से संपर्क करने का सुझाव दिया। समीक्षा बैठक में एडीजी पारसनाथ, सुनील कुमार, आइजी केएस अनुपम, गणेश कुमार समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।