बीरबल महतो, सारस न्यूज़, किशनगंज।
शनिवार को आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत असम के जोरहाट से निकले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) जवानों की साईकल रैली के साथ बिहार राज्य प्रवेश के साथ गलगलिया बॉर्डर पहुंचे। यहां गलगलिया थानाध्यक्ष नीरज कुमार निराला ने ग्रुप सेंटर सिलीगुड़ी के डिप्टी कमांडेंट सह बिहार बंगाल के नोडल अधिकारी वकार अहमद, रैली के कमांडर शैलेंद्र कुमार सहित रैली में शामिल सभी सीआरपीएफ को बुके देकर सम्मानित किया एवं मुखिया प्रतिनिधि मुन्ना सिंह ने रैली में शामिल 25 जवानों को गुलाब का फूल देकर स्वागत किया। इस दौरान थानाध्यक्ष नीरज कुमार निराला ने स्वतंत्रता दिवस के 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर साइकिल रैली को मंजिल तक सही सलामत व सफलपूर्वक पहुंचने के लिए अग्रिम शुभकामनाएं दी।
इस दौरान डिप्टी कमान्डेंट वकार अहमद ने बताया कि सीआरपीएफ विश्व की सबसे बड़ी पैरामिलिट्री व पुरानी फॉर्स है। यह आजादी से पूर्व 27 जुलाई 1939 को क्राउन रिप्रेजेंटेटिव्स पुलिस के रूप में अस्तित्व में आया। भारतीय स्वतंत्रता के बाद यह 28 दिसंबर 1949 को सीआरपीएफ अधिनियम के अधिनियमित होने पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल बन गया। उन्होंने बताया कि कानून और व्यवस्था और आतंकवाद विरोधी कर्तव्यों के अलावा सीआरपीएफ ने भारत के आम चुनावों में एक बड़ी भूमिका निभाई है। अशांति और अक्सर हिंसक संघर्ष की उपस्थिति के साथ, यह जम्मू और कश्मीर, बिहार और उत्तर पूर्व के पूर्ववर्ती राज्य के लिए विशेष रूप से सुरक्षा प्रदान करती हैं। हाल ही में, संयुक्त राष्ट्र मिशनों में सीआरपीएफ की टुकड़ियों को भी तैनात किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 246 बटालियन और विभिन्न अन्य प्रतिष्ठानों के साथ सीआरपीएफ को भारत का सबसे बड़ा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल माना जाता है और 2019 तक 300,000 से अधिक कर्मियों की स्वीकृत संख्या है।
उनके साथ रैली के कमांडर सह असिस्टेन्ट कमांडेंट शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि उनके साथ कुल 25 जवान इस रैली में शामिल हैं। आज यानी शनिवार को ग्रुप सेंटर सिलीगुड़ी में मौसम खराब रहने के बावजूद सबसे पहले झंडोत्तोलन कर रैली की शुरुआत की गई। यह रैली वहां से गलगलिया बॉर्डर पहुंची। रैली पटना से लखनऊ होकर कानपुर से दिल्ली राजघाट पहुंचेगी। इस क्रम में साइकिल रैली में शामिल सीआरपीएफ के अधिकारियों व जवानों ने चेकपोस्ट पर स्थित फिदरलाइट बिल्डकॉन कंपनी परिसर में लंच ग्रहण किया और ठाकुरगंज के लिए प्रस्थान कर गए। इस मौके पर कुर्लिकोट थानाध्यक्ष वेदानन्द सिंह, ठाकुरगंज पुलिस पदाधिकारी उदय सिंह भी शामिल थे।
