सारस न्यूज टीम, सारस न्यूज।
बिहार में भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ कार्रवाई लगातार तेज होती जा रही है। अब पटना में सहायक जेल आइजी के घर और कार्यालय में विशेष निगरानी ब्यूरो की टीम ने छापा मारा है। इसके लिए कोर्ट से अनुमति ली गई थी।बिहार में विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने सोमवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सहायक कारा महानिरीक्षक रूपक कुमार के आशियाना नगर फेज -2 स्थित घर और सचिवालय स्थित कार्यालय में एक साथ छापा मारा। अधिकारी के कार्यालय से 5.80 लाख से अधिक नकद जबकि घर से 50 लाख रुपये से अधिक कीमत का सोना बरामद किया गया है। रूपक कुमार ने अवैध कमाई के बल पर देवघर, जमशेदपुर, रांची, पटना, नोएडा, सिलीगुड़ी और बेंगलुरू में फ्लैट-जमीन में निवेश किया हुआ है।
विशेष निगरानी इकाई सहायक कारा महानिरीक्षक रूपक कुमार पर लंबे समय से नजर रख रही थी। इनके बारे में पुख्ता सबूत मिलने के बाद इन पर भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया। विशेष कोर्ट से इनके खिलाफ सर्च वारंट प्राप्त कर सोमवार की सुबह इनके आवास आशियाना नगर फेज 2 के आलीशान मकान और सचिवालय कार्यालय में एक साथ धावा बाला। एसवीयू की जानकारी के अनुसार इनके सचिवालय स्थित आवास से टीम ने 5,80,822 रुपये बरामद किए हैं। इसके अलावा बैंक की पासबुक और निवेश के विभिन्न कागजात भी बरामद हुए हैं। आशियाना फेज 2 में इनका तीन मंजिला मकान है। जिसकी सलावट पर लाखों रुपये खर्च किए गए हैं। सिर्फ पेंटिंग पर लाखों रुपये खर्च करने का एसवीयू का दावा है। घर से भारी मात्रा में सोना बरामद किया गया है। आकलन है कि यह 50 लाख रुपये से अधिक मूल्य का सोना है। रूपक कुमार करीब ढाई दशक पहले बिहार कारा सेवा के अधिकारी के तौर पर नौकरी में आए। सहायक जेल महानिरीक्षक बनने के पूर्व तक उन्होंने कई अहम पद पर काम किया। जेल अधीक्षक के रूप में वे बेउर, भागलपुर, मोतिहारी में भी रहे। पद का दुरुपयोग कर उन्होंने संपत्ति खड़ी की।