सारस न्यूज टीम, पटना।
राज्य के सभी प्राथमिक विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों से जुड़ी सारी जानकारी यू-डायस (यूनिफाइड डिस्ट्रिक इंफार्मेशन सिस्टम फार एजुकेशन) पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य होगा। इस संबंध में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से शिक्षा विभाग को निर्देश दिया गया है। शिक्षा विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक यू-डायस पोर्टल पर 30 सितंबर तक बच्चों की संख्या, उनके स्कूली प्रोजेक्ट वर्क, पोर्टफोलियो, क्लास रूम परफार्मेंस समेत अन्य गतिविधियों के बारे में सूचनाएं पोर्टल पर अपलोड करना होगा।नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यू-डायस की रिपोर्ट में इस बार प्री-नर्सरी के रूप में आंगनबाड़ी केंद्रों को शामिल किया जा रहा है। पहली बार यू-डायस में ट्रांसजेंडर विद्यार्थियों के आंकड़े भी संग्रहित किए जाएंगे। यू-डायस में अब बालक, बालिका के साथ ट्रांसजेंडर के लिए भी कालम रखा गया है। इसके लिए सभी सरकारी स्कूलों को निर्देश का अनुपालन कराने हेतु सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा गया है कि प्री-प्राइमरी से 12वीं कक्षा तक में ट्रांसजेंडर कालम बनाया गया है। अभी तक यू-डायस में केवल छात्र और छात्रा के कालम हुआ करते था। इसके अलावा यू-डायस पोर्टल पर शिक्षकों को कितनी भाषा की जानकारी है, उसके बारे में भी सूचना देनी है। दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने के लिए कितने शिक्षकों ने प्रशिक्षण लिया है, साइबर सेफ्टी और मनोविज्ञान के लिए कितने शिक्षक प्रशिक्षित हैं, आइसीटी ट्रेंड शिक्षकों की संख्या और कंप्यूटर, लैपटाप, टेलीविजन, रेडियो आदि की जानकारी देनी होगी।