सारस न्यूज टीम, पटना।
भारत निर्वाचन आयोग ने बिहार विधान परिषद की सात सीटों पर मतदान की घोषणा कर दी है। विधानसभा कोटे से विधान परिषद के सातों सदस्यों का कार्यकाल 21 जुलाई को समाप्त हो रहा है। इन सातों सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया दो जून से आरंभ हो जाएगी। मतदान 20 जून को कराया जाएगा। बिहार विधानसभा कोटे से निर्वाचित जिन सात सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है उसमें अर्जुन सहनी, मो कमर आलम, गुलाम रसूल, रोजिना नाजिश, रणविजय कुमार सिंह, मुकेश सहनी और चंदेश्वर प्रसाद सिन्हा शामिल हैं।
आयोग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि विधानसभा कोटे की इन सातों सीटों पर नामांकन दो जून से आरंभ होगा जो नौ जून तक चलेगा। नामांकन पत्रों की जांच 10 जून को होगी जबकि नाम वापसी की अंतिम तिथि 13 जून निर्धारित की गयी है। सातों सीटों के लिए मतदान 20 जून को सुबह नौ बजे से चार बजे तक होगा। मतों की गणना 20 जून को ही शाम पांच बजे से शुरु होगी और चुनाव परिणाम जारी कर दिए जाएंगे।
बताते चलें कि 75 सदस्यीय विधान परिषद में वर्तमान में विधायकों द्वारा निर्वाचित किए जाने वाले सदस्यों की संख्या 27 है। इसी 27 में सात सीटें रिक्त हो रही हैं। विधान परिषद की सीटों की बात करें तो इसके अलावा स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों में प्रत्येक के छह-छह यानी 12, स्थानीय निकायों से 24 के साथ राज्यपाल द्वारा मनोनीत 12 सदस्य होते हैं। मनोनयन वाले सदस्य विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्टता रखने वाले होते हैं।
विधानसभा कोटे की सीट होने की वजह से इसमें मतदाता विधायक होते हैं। विधायकों की संख्या के हिसाब से दलों को सीटें मिलती हैं। अमूमन दल आपसी समझौते के तहत संख्या बल के हिसाब से सीटों का बंटवारा कर लेते हैं। मतदान की स्थिति नहीं बनती है। बिहार विधानसभा की सदस्य संख्या 243 है। संविधान में तय प्रविधान के तहत एक विधान पार्षद को चुनने के लिए 31 विधायकों के मत की जरूरत पड़ती है। सदस्यों की वर्तमान संख्या के हिसाब से भाजपा को सहयोगी दलों की मदद से तीन, राजद को दो, जदयू को एक और वामदल को एक सीट मिलने की उम्मीद है।