शशि रोक्का, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज अंतर्राष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस के अवसर पर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन सात दिवसीय शिविर के दौरान बुजुर्गों के लिये जरूरी स्वास्थ्य जांच व इलाज का होगा इंतजाम। स्वास्थ्य जांच के लिये पहुंचे बुजुर्गों ने टीकाकरण अभियान का सफलता में सहयोग का दिलाया भरोसा अंतर्राष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस के मौके पर शुक्रवार को जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में बुजुर्गों के लिये जरूरी स्वास्थ्य जांच व इलाज के लिये विशेष शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का संचालन आगामी 07 अक्टूबर तक किया जायेगा। इसे लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग को जरूरी दिशा-निर्देश प्राप्त है। बुजुर्गों के लिये स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन सदर अस्पताल, सभी पीएचसी व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर किया गया। शिविर में सैकड़ों की संख्या में पहुंचे बुजुर्गों की स्वास्थ्य जांच करते हुए विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा उन्हें जरूरी स्वास्थ्य परामर्श उपलब्ध कराया गया।शरीर कमजोर होने पर कई तरह की बीमारियों की संभावना रहता है। सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस के मौके सभी चिकित्सा संस्थानों में सात दिवसीय विशेष चिकित्सीय शिविर आयोजित किया जा रहा है। बुजुर्गों की जरूरी स्वास्थ जांच कर उन्हें जरूरी चिकित्सकीय परामर्श व दवा उपलब्ध कराना इसका उद्देश्य है। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अनवर हुसैन के मुताबिक वृद्धावस्था में शरीर कमजोर होने पर कई तरह की बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है। इस उम्र में आमतौर पर मनोभ्रम,अल्जाइमर, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, गठिया, पार्किंसन्स, आंख- कान- नाक व गला से संबंधित बीमारियों की संभावना अधिक होती है। सात दिवसीय शिविर के दौरान इन रोगों की जांच व इलाज का इंतजाम किया गया है।ताकि बुजुर्गों का इन रोगों से बचाव किया जा सके। बुजुर्गों को स्वास्थ्य जांच करते हुए मेडिकल किट उपलब्ध कराया गया। अंतर्राष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस के मौके पर टेढ़ागाछ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मियों ने विशेष पहल करते हुए शिविर में पहुंचे बुजुर्गों को स्वास्थ्य जांच किया। साथ ही उन्हें मेडिकल किट प्रदान की गयी। इस क्रम में सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने कहा वृद्धावस्था जीवन की एक जटिल दशा है। आमतौर पर 60 साल की आयु के बाद शारीरिक शक्ति कम होने लगती है। इस समय रोगग्रस्त होने का खतरा बढ़ जाता है। अमूमन आंखों की रोशनी कम होना, सुनाई कम देना व डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जैसी शिकायत इस उम्र में आम होती है। इससे बचाव के लिये बुजुर्गों के लिये योग, प्राणायाम व उचित खानपान सहित नियमित अंतराल पर स्वास्थ्य जांच जरूरी होता है।