सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
विश्व पर्यावरण दिवस 2025: प्रकृति से जुड़ने और उसे बचाने का संकल्प लें
हर साल 5 जून को मनाया जाने वाला विश्व पर्यावरण दिवस न केवल एक औपचारिक आयोजन है, बल्कि यह हमें हमारी धरती और उसके भविष्य के प्रति सोचने, समझने और संकल्प लेने का अवसर देता है। “Restore Our Earth” (हमारी धरती को पुनर्जीवित करें), जो हमें यह याद दिलाता है कि पर्यावरण की रक्षा केवल सरकारों की नहीं, बल्कि हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।
🌍 क्यों मनाया जाता है पर्यावरण दिवस?
1972 में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा पर्यावरण को लेकर वैश्विक चेतना फैलाने के लिए इसकी शुरुआत की गई थी। इसका उद्देश्य है – लोगों को पर्यावरण संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण, जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता की रक्षा के प्रति जागरूक करना।
🌿 पर्यावरणीय संकट: हम कहां खड़े हैं?
- वनों की अंधाधुंध कटाई
- बढ़ता वायु और जल प्रदूषण
- प्लास्टिक का अत्यधिक प्रयोग
- जैव विविधता में भारी गिरावट
- ग्लोबल वॉर्मिंग से बदलती ऋतुएं
इन सभी संकटों के बीच यह दिन हमें आत्ममंथन करने को प्रेरित करता है कि हम अपने आसपास की प्रकृति के साथ कैसा व्यवहार कर रहे हैं।
🏞️ 2025 में क्या खास?
इस साल कई राज्यों और जिलों में वृक्षारोपण अभियान, साइकिल रैलियाँ, जागरूकता रैली, स्कूलों में चित्रकला प्रतियोगिता, नदियों की सफाई अभियान जैसी गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। किशनगंज, पटना, दिल्ली, जयपुर, भोपाल जैसे शहरों में बच्चों और युवाओं की सहभागिता विशेष रही।
📢 हम क्या कर सकते हैं?
- पेड़ लगाएं, उन्हें बचाएं
- प्लास्टिक का उपयोग कम करें
- रीसायकल और रियूज़ पर ध्यान दें
- जल और बिजली की बर्बादी से बचें
- पर्यावरण शिक्षा को बढ़ावा दें
✅ निष्कर्ष:
पर्यावरण केवल पृथ्वी का सौंदर्य नहीं, बल्कि जीवन की अनिवार्यता है। इस विश्व पर्यावरण दिवस पर हम सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने व्यवहार और आदतों में छोटे-छोटे बदलाव कर इस धरती को हरा-भरा, स्वच्छ और सुरक्षित बनाएंगे।