सारस न्यूज टीम, बिहार।
राज्य के सरकारी शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों में नामांकन की संयुक्त प्रवेश परीक्षा के आसार इस बार भी कम हैं। इसे देखते हुए शिक्षा विभाग के जनशिक्षा निदेशालय ने सभी 66 सरकारी सीटीई, डाइट, पीटीईसी व बाइट में नामांकन की वैकल्पिक व्यवस्था को लेकर तैयारियां आरंभ कर दी है। विभाग के शोध प्रशिक्षण निदेशक डॉ. विनोदानंद झा ने इन सभी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों के प्राचार्यों को इस बाबत ताकीद की है।
गौरतलब है कि पहले ये सभी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान नामांकन को लेकर अलग-अलग तथा अपनी प्रक्रिया अपनाते थे। ऑनलाइन आवेदन से लेकर मेरिट लिस्ट तैयार होता था। सभी चयन सूची जारी कर इसमें सीट के विरुद्ध चयनित अभ्यर्थियों का नामांकन लेकर प्रशिक्षण कोर्स पूर्ण करवाते थे। लेकिन इस व्यवस्था को लेकर कई तरह की शिकायत शिक्षा विभाग में पहुंचने के बाद विभाग ने सरकारी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों में एडमिशन को लेकर संयुक्त प्रवेश परीक्षा आहूत करने का निर्णय लिया। इसका जिम्मा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को दिया गया। इस निर्णय के तत्काल बाद कोरोना संक्रमण से प्रवेश परीक्षा लगातार दो साल नहीं हो पायी और संस्थानों को पुरानी व्यवस्था ही बहाल रखनी पड़ी। अब लगातार तीसरे साल अबतक प्रक्रिया आरंभ नहीं होने से शोध प्रशिक्षण निदेशालय ने आगे की तैयारियां आरंभ कर दी हैं। इन संस्थानों में जुलाई से ही सत्र आरंभ होता है।
वैकल्पिक व्यवस्था रखें:
निदेशक डॉ. विनोदानंद झा ने सभी प्राचार्यों से कहा कि नामांकन के संबंध में इसकी प्रक्रिया के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से अनुरोध किया गया है। अगर बीएसईबी द्वारा संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन नहीं किया जाएगा तो निदेशालय आपकी सहायता से इसे पूर्ण करेगा। इसलिए नामांकन हेतु वैकल्पिक व्यवस्था करके रखें।
इतने सरकारी ट्रेनिंग कालेज हैं राज्य में:
● शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय (सीटीई)- 6
● जिला शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान (डाइट)- 33
● प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान (पीटीईसी)- 23
● प्रखंड शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान (बाइट)- 4