राजीव कुमार, वेब डेस्क, सारस न्यूज़।
‘बिहार की कोकिला’ के नाम से मशहूर गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। 72 वर्ष की आयु में उन्होंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली। पद्मभूषण और पद्मश्री से सम्मानित शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं।
उनके बेटे अंशुमान सिन्हा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी साझा की, “आप सभी की प्रार्थनाएं और प्यार हमेशा मां के साथ रहेंगे। छठी मैया ने मां को अपने पास बुला लिया है। अब मां शारीरिक रूप में हमारे बीच नहीं हैं।”
लगभग डेढ़ महीने पहले, 22 सितंबर को, शारदा सिन्हा के पति बृजकिशोर सिन्हा का ब्रेन हेमरेज के कारण निधन हो गया था।
लोकगायिका शारदा सिन्हा का मंगलवार रात 9:20 बजे एम्स में 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह कई दिनों से बीमार थीं और सोमवार रात से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। एम्स के एक अधिकारी ने बताया कि सेप्टीसीमिया के कारण ‘रिफ्रैक्टरी शॉक’ की स्थिति में उनका निधन रात 9:20 बजे हुआ।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शारदा सिन्हा के निधन पर जताया शोक
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रसिद्ध गायिका शारदा सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “बिहार कोकिला के रूप में प्रसिद्ध गायिका डॉ. शारदा सिन्हा जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। बिहारी लोक गीतों को मैथिली और भोजपुरी में अपनी मधुर आवाज़ देकर शारदा सिन्हा जी ने संगीत जगत में अपार लोकप्रियता प्राप्त की। आज छठ पूजा के अवसर पर उनके मधुर गीत देश-विदेश में भक्ति का अलौकिक वातावरण बना रहे होंगे। उन्हें 2018 में कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था। उनका सुमधुर गायन सदैव अमर रहेगा।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं उनके परिवारजन एवं प्रशंसकों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त करती हूं।”
पीएम मोदी ने शारदा सिन्हा के निधन पर शोक जताया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को प्रख्यात लोक गायिका शारदा सिन्हा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में लिखा, “सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। मैथिली और भोजपुरी में उनके गाए लोकगीत कई दशकों से अत्यधिक लोकप्रिय रहे हैं।”
उन्होंने यह भी कहा, “आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूंज सदैव सुनाई देती रहेगी। उनका जाना संगीत की दुनिया के लिए एक बड़ी क्षति है। इस शोक की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति!”’
शारदा सिन्हा के निधन पर सीएम नीतीश कुमार ने जताया शोक
बिहार कोकिला, पद्म श्री और पद्म भूषण से सम्मानित शारदा सिन्हा जी का निधन अत्यंत दुःखद है। वे एक मशहूर लोक गायिका थीं, जिन्होंने मैथिली, बज्जिका, भोजपुरी के साथ-साथ हिंदी गीत भी गाए। उन्होंने कई हिंदी फिल्मों में भी अपनी मधुर आवाज़ का जादू बिखेरा।
स्व. शारदा सिन्हा जी के छठ महापर्व पर गाए मधुर गीत बिहार और उत्तर प्रदेश सहित देश के अन्य हिस्सों में गूंजा करते थे। उनके निधन से संगीत जगत में एक अपूरणीय क्षति हुई है। हम प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति मिले और उनके परिजनों एवं प्रशंसकों को इस कठिन समय में धैर्य धारण करने की शक्ति मिले।
शारदा सिन्हा का निधन अपूरणीय क्षति : आरजेडी
आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव सहित राजद परिवार के नेताओं ने लोक गायिका पद्मश्री और पद्म विभूषण से सम्मानित, छठ गीतों के माध्यम से अपनी अनूठी पहचान बनाने वाली शारदा सिन्हा के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि शारदा सिन्हा के निधन से बिहार और लोक गायन के क्षेत्र में एक अपूरणीय क्षति हुई है, जिसकी निकट भविष्य में भरपाई संभव नहीं है। यह बिहार के लिए शोक का विषय है। राजद परिवार उनकी प्रति भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है।
पद्म भूषण से सम्मानित बिहार की प्रसिद्ध गायिका शारदा सिन्हा की ससुराल बेगूसराय जिले के सिहमा गांव में है, जबकि उनका जन्म बिहार के सुपौल जिले के हुलास गांव में हुआ था।