सारस न्यूज, वेब डेस्क।
बिहार के गया रेलखंड के नवादा स्टेशन पर सोमवार को गोडा-नई दिल्ली हमसफ़र एक्सप्रेस के रुकते ही भारी अफरा-तफरी मच गई। माघ पूर्णिमा स्नान के लिए प्रयागराज जा रहे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे कई रिजर्वेशन वाले यात्रियों की ट्रेन छूट गई। इस अव्यवस्था को लेकर यात्रियों ने रेल प्रशासन पर सवाल उठाए और सुरक्षा व्यवस्था पर नाराजगी जताई।
दरवाजे नहीं खुलने पर यात्रियों का हंगामा
यात्रियों के अनुसार, ट्रेन में चढ़ने के लिए उन्होंने कई बार कोशिश की, लेकिन अत्यधिक भीड़ की वजह से वे अपनी सीट तक नहीं पहुंच सके। स्थिति तब और बिगड़ गई जब कुछ बोगियों के दरवाजे बंद कर दिए गए, जिससे परेशान यात्रियों ने दरवाजों के शीशे तोड़ने की कोशिश की।
दरवाजे नहीं खुलने पर कुछ लोग आक्रोशित हो गए और गाली-गलौज करने लगे। हंगामा बढ़ता देख अंततः बोगियों के दरवाजे खोल दिए गए।
धक्का-मुक्की और अव्यवस्था से हालात बिगड़े
यात्रियों को ट्रेन के डिब्बों में चढ़ने के लिए रास्ता नहीं मिल रहा था, बावजूद इसके लोग धक्का-मुक्की करते हुए अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे। कुछ श्रद्धालुओं ने कहा कि “भीड़ चाहे जितनी हो, हमें तो प्रयागराज स्नान के लिए जाना ही है।”
रेलवे पुलिस नदारद, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
यात्रियों ने शिकायत की कि स्टेशन पर एक भी रेल पुलिसकर्मी नजर नहीं आया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। भीड़ के दबाव के कारण हमसफ़र एक्सप्रेस को नवादा स्टेशन से खुलने में देरी हुई।
जहाँ ट्रेन को महज 2 मिनट के लिए रुकना था, वहीं अव्यवस्था के कारण यह करीब 20-25 मिनट तक प्लेटफार्म पर खड़ी रही। रेलवे प्रशासन की लापरवाही और भीड़ प्रबंधन में असफलता से यात्री काफी नाराज दिखे।