सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
पटना: राजधानी पटना शुक्रवार की देर रात एक बड़ी वारदात का गवाह बनी, जब प्रसिद्ध व्यवसायी गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह वारदात गांधी मैदान थाना क्षेत्र के होटल पनाश के पास उस समय हुई, जब खेमका रोजाना की तरह पटना क्लब से घर लौट रहे थे।
गोपाल खेमका कभी पटना के प्रमुख अस्पतालों में शामिल रहे मगध हॉस्पिटल के मालिक रह चुके थे। वे वैचारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी से भी जुड़े हुए माने जाते थे। उनका परिवार पहले भी इस तरह की हिंसा का शिकार हो चुका है। छह साल पहले उनके बेटे गुंजन खेमका की भी वैशाली जिले में इसी तरह गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
हत्याकांड के बाद पुलिस की लापरवाही पर हंगामा
घटना शुक्रवार रात करीब साढ़े 11 बजे की है। जैसे ही खेमका अपनी कार से उतरकर अपार्टमेंट के गेट की ओर बढ़े, घात लगाए बदमाशों ने सिर के पास से गोली दाग दी। गोली लगते ही वह लहूलुहान होकर गिर पड़े। परिजन तत्काल उन्हें पास के निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
हत्या के बाद परिजनों और परिचितों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। मृतक के भाई संतोष खेमका ने पुलिस पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया। उनका कहना था कि सूचना देने के बाद भी गांधी मैदान थाना की पुलिस करीब डेढ़ घंटे बाद घटनास्थल पर पहुंची। मौके पर पड़ी गोलियों के खोखे को ईंट और बल्ले से घेरा गया।
सांसद पप्पू यादव ने भी जताया रोष
घटना की सूचना पर निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंच गए। उन्होंने कहा, “आखिर यह परिवार कब तक अपने लोगों की बलि देता रहेगा? 2018 में इनके बेटे की हत्या कर दी गई थी, अब खुद गोपाल खेमका को मार डाला गया। यह इलाका पॉश है, थाने से कुछ ही दूरी पर है, फिर भी अपराधी आराम से वारदात करके निकल जाते हैं। यह बिहार में क्या हो रहा है?”
परिजनों ने सरकार पर साधा निशाना
गोपाल खेमका के परिवार ने गुस्से में कहा कि इस सरकार में आम आदमी की सुरक्षा रामभरोसे है। उनका कहना था कि अपराधियों का हौसला इतना बढ़ गया है कि वे घर के बाहर ही नहीं, घरों में घुसकर भी गोली चला रहे हैं। पुलिस को सूचना देने के बावजूद घंटों तक कोई मदद नहीं मिली।
पुलिस जुटी जांच में, सीसीटीवी खंगाले जा रहे
सिटी एसपी (मध्य) दीक्षा ने बताया कि घटनास्थल की जांच की जा रही है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि हमलावरों ने बेहद नजदीक से सिर के पास गोली चलाई, जिससे मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्त में ले लिया जाएगा।
इस घटना के बाद पटना समेत पूरे राज्य में व्यापारियों में दहशत का माहौल है और सरकार की कानून व्यवस्था पर फिर से सवाल खड़े हो गए हैं।