बीरबल महतो, सारस न्यूज़।
उत्तर बंगाल के साथ जो अन्याय व अत्याचार हुआ है, उसी के चलते यहां की जनता चाहती है कि उत्तर बंगाल अलग राज्य बने। भारत के संविधान के अंतर्गत जनता को अपनी आवाज उठाने का पूरा अधिकार है। जब भी ऐसी परिस्थिति होगी तथा जनता की आवाज उठाने की जरूरत होगी, इस पर हम संसद अथवा कोलकाता विधानसभा हम अपनी आवाज उठाएंगे। उक्त बातें दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र के सांसद सह भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट ने उत्तर बंगाल के भाजपाई विधायकों के साथ सिलीगुड़ी सेवक रोड स्थित उत्तर बंग मारवाड़ी पैलेस में हुई बैठक में कही। इस बैठक में उत्तर बंगाल में भाजपा के 29 में से 24 विधायक वरिष्ठ नेतृत्व की मौजूदगी में सम्मिलित हुए। अन्य अनुपस्थित विधायकों की कुछ घरेलू व निजी समस्याएं थीं। इसी वजह से वे बैठक में शामिल नहीं हो पाए। इस बैठक में, विधानसभा चुनाव-2021 के बाद उत्तर बंगाल में उत्पन्न हुई राजनीतिक परिस्थितियों पर गहन मंथन किया गया।
इस बैठक में शामिल रहे दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट ने बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार द्वारा उत्तर बंगाल के साथ सौतेला व्यवहार कर इसकी घोर उपेक्षा की जा रही है। उत्तर बंगाल व यहां के लोगों के साथ अन्याय व अत्याचार हो रहा है। यहां आधारभूत संरचना से लेकर चिकित्सा, शिक्षा, रोजगार सब कुछ बुरी तरह प्रभावित है। जनता को किसी प्रकार की कोई अच्छी सुविधा नहीं है। सो, अब उत्तर बंगाल से हमारे सभी विधायकों ने यह संकल्प लिया है कि उत्तर बंगाल व उत्तर बंगाल के लोगों के हितों की रक्षा के लिए हमें सड़कों पर भी उतरना होगा, तो हम उतरेंगे। यहां की जनता ने जिस तरह से भाजपा व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साथ दिया है, वैसे ही हम भी साथ देंगे। विधानसभा चुनाव के दौरान उत्तर बंगाल के लिए भाजपा ने जो-जो वादा किया है उसे पूरा किया जाएगा। उत्तर बंगाल के केंद्रीय विश्वविद्यालय व एम्स जैसा अस्पताल, अथवा दार्जिलिंग, तराई व डूआर्स की समस्या का स्थायी राजनीतिक समाधान, हम सब कुछ करेंगे।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने उत्तर बंगाल के लिए 13 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत किए हैं। इनमें दार्जिलिंग जिला अस्पताल, कालिंगपोंग जिला अस्पताल व उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के लिए पीएसए ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत हुए हैं। इससे करीब साढ़े छह हजार बेड पर रोगियों को ऑक्सीजन दिया जा सकेगा। वहीं, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय की ओर से 1150 करोड़ रुपये माटीगाड़ा के निकट बालासन नदी से लेकर सेवक तक 13.5 किलोमीटर फोर लेन सड़क बनने के लिए स्वीकृत किए गए हैं। अप्रैल 2023 तक यह हाइवे बन कर तैयार हो जाएगा। वहीं, ऐतिहासिक सेवक कोरिनेशन ब्रिज का वैकल्पिक ब्रिज भी बनाया जाएगा। सिलीगुड़ी में रिग रोड के बनाने संभावना की तलाशी जा रही है। दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे के मोनेटाइजेशन की कवायद के संदर्भ में उन्होंने कहा कि, इस पर पहाड़ के कुछ नेता हल्ला कर रहे हैं, पर, जब वे शासन में थे, तब कुछ नहीं किया। दार्जिलिंग में 10 से 12 पब्लिक ट्वॉयलेट तक को बेच दिया। अब और उपेक्षा व अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमारे पास जितना रिसोर्स है व जितना धन हम पश्चिम बंगाल को देते हैं, उस हिसाब से हम विकास चाहते हैं।