बीरबल महतो, सारस न्यूज़।
नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटियर (एन.एफ.) रेलवे ने ट्रेन परिचालन में सुरक्षा बढ़ाने की विशेष पहल की है। इसके तहत असम में पहली बार रात में क्विक रिलेइंग प्रणाली का प्रयोग किया गया है। इस जोन में क्विक रिलेइंग सिस्टम, बलास्ट क्लीनिंग मशीनों, डॉयनामिक ट्रैक स्टैब्लाइजरों, बलास्ट रेगुलेटिंग मशीन इत्यादि का प्रयोग कर ट्रैक नवीनीकरण कार्य किया जा रहा है। दिन के समय ट्रेनों के नियमित परिचालन में न्यूनतम प्रभाव हो इसके लिए असम में पहली बार रात के समय क्विक रिलेइंग सिस्टम का प्रयोग कर ट्रैक नवीनीकरण कार्य सम्पन्न किया जा रहा है। महत्वपूर्ण रख-रखाव तथा सुधार कार्य संपन्न किया गया है।
बताया गया है कि ट्रेनों के सुरक्षित परिचालन के दो प्रमुख अवयव हैं। उनमें एक पटरिया जिस पर ट्रेन दौड़ती है, और दूसरे स्लीपर व बलास्ट कुशन, जिस पर पटरिया बिछाई जाती हैं। इन्हें दुरुस्त रखा जाना सुनिश्चित किया जा रहा है। नियमित अंतराल पर रेल की पटरियों का रख-रखाव एवं निरीक्षण किया जाता है। दरार, टूट-फूट तथा संक्षारण इत्यादि जैसी त्रुटियों के लिए रेल पटरियों की जाच तथा तदुपरात समय-समय पर उसका बदलाव आवश्यक है। इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है।
एनएफ रेलवे ने जुलाई 2021 तक रेल नवीनीकरण कार्यो के माध्यम से 111.148 किमी ट्रैक नवीनीकरण का कार्य निष्पादित किया है, जो अब तक का उच्चतम है। इसी तरह, जुलाई के दौरान कुल 42.860 किमी ट्रैक नवीनीकरण किया गया, जो एक महीने में अब तक का सर्वश्रेष्ठ कार्य निष्पादन है। इसके अलावा, रेल यात्रियों की सुरक्षित व आरामदायक यात्रा के लिए इस वर्ष जुलाई तक अन्य ट्रैक रखरखाव तथा नवीनीकरण कार्यो का भी निष्पादन किया गया है।