सारस न्यूज़ टीम, सारस न्यूज़।
15633 बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस ने भविष्य में पुनरावृत्ति को रोकने के लिए उपाय करने का आश्वासन दिया अश्विनी वैष्णव (रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री) न्यू डोमोहानी स्टेशन पहुंचे और तुरंत साइट के माध्यम से आगे बढ़े और मोटर ट्रॉली ने खुद ट्रैक की स्थिति का निरीक्षण किया और ट्रैक की वास्तविक जानकारी ली। मंत्री ने पटरी से उतरी ट्रेन के इंजन नंबर 22375 के अंडर गियर का भी निरीक्षण किया मंत्री ने कहा कि यह एक दुखद घटना है और मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। मंत्री ने कहा कि मूल कारण का पता लगाने के लिए रेल सुरक्षा आयुक्त द्वारा उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए सभी सावधानियां बरती जाएंगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और वह प्रधानमंत्री के संपर्क में हैं। रेल मंत्री ने भी अस्पतालों का दौरा किया और भर्ती यात्रियों से बात की मंत्री ने सभी भर्ती यात्रियों को सर्वोत्तम संभव स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के भी निर्देश दिए हैं। रेलवे पहले ही दुर्घटना के कुछ घंटों के भीतर कम से कम समय में अनुग्रह राशि का भुगतान कर चुका है। छत्तीस (36) घायल यात्री हैं जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है (23 सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, जलपाईगुड़ी में 6 उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज में और 7 मयनागुरी ग्रामीण अस्पताल में) और उन सभी को तुरंत पूर्व भुगतान का भुगतान किया गया है।
अनुग्रह राशि:- मृतकों को अनुग्रह राशि के भुगतान के लिए रेलवे प्राधिकरण उनके परिजनों से संपर्क कर उनकी शिनाख्त करने का प्रयास कर रहा है। बचाव अभियान पूरा होने के बाद फंसे हुए यात्रियों को विशेष ट्रेन से गुवाहाटी भेजा गया। स्पेशल ट्रेन गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर 07:55 बजे पहुंची। एक सौ छप्पन (156) यात्री गुवाहाटी स्टेशन पर उतरे और 23 यात्री कामाख्या स्टेशन पर उतरे। रेल प्रशासन द्वारा त्वरित बचाव एवं वैकल्पिक व्यवस्था के लिए यात्रियों ने आभार व्यक्त किया। यात्री संतुष्ट थे कि उन्हें विशेष ट्रेन से गुवाहाटी लाने के लिए और सभी के लिए भोजन की व्यवस्था करने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए गए थे। एन एफ रेलवे के महाप्रबंधक अंशुल गुप्ता की देखरेख में रेलगाड़ियों की आवाजाही को सामान्य करने के लिए युद्धस्तर पर बहाली का काम किया जा रहा है। पटरी से उतरे कुछ डिब्बों की रेलिंग पहले ही की जा चुकी है।