बीरबल महतो, सारस न्यूज़, मधुबनी।
मधुबनी के हरलाखी में भारत-नेपाल सीमा पर 11 ड्रोन कैमरे जब्त होने के बाद एसएसबी ने चौकसी बढ़ा दी है। स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए एसएसबी अब किसी प्रकार का रिस्क लेने के मूड में नहीं दिख रही। सीमा पर ड्रोन कैमरे मिलने की घटना ने सीमा पर सुरक्षा में सेंध को जगजाहिर कर दिया है। सूत्रों के अनुसार जो ड्रोन कैमरे एसएसबी ने जब्त किए वे चीन निर्मित हैं और नेपाल के रास्ते भारतीय सीमा में उन्हें भेजा गया। सीमा पार होने के बाद ड्रोन कारोबारियों तक पहुंचाने के लिए ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही वह एसएसबी के हत्थे चढ़ गया। इस घटना के बाद सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एसएसबी के जवान पैदल आने-जाने वालों की भी सघन तलाशी ले रहे हैं। एसएसबी अधिकारियों के अनुसार सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। खुली सीमा होने के कारण थोड़ी परेशानी है, लेकिन एसएसबी के जवान हर परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं। बता दें कि बुधवार को सीमा पर भारतीय क्षेत्र में एक चारपहिया वाहन से ले जा रहे 11 ड्रोन कैमरे को एसएसबी ने जब्त किया और वाहन चालक को गिरफ्तार करते हुए ड्रोन कैमरे व गिरफ्तार चालक को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया था।
कारोबारियों की अब तक नहीं हुई पहचान :
गिरफ्त में आए चालक से पूछताछ में चालक ने बताया कि ड्रोन कैमरा को दिघीया से साहरघाट पहुंचाया जा रहा था। चालक ने कैमरे के व्यापार में दो अन्य लोगों के शामिल होने की बात भी कही, हालांकि अभी तक चालक के बताए हुए अन्य लोगों की पहचान नहीं हो सकी। हरलाखी पुलिस ने एसएसबी अधिकारी के लिखित प्रतिवेदन के आधार पर चालक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर उसे न्यायिक प्रक्रिया के लिए न्यायालय भेज दिया। इस संबंध में बेनीपट्टी एसडीपीओ अरुण कुमार सिंह ने बताया कि ड्रोन जब्त मामले के सभी बिदुओं पर बारीकी से जांच की जाएगी। पुलिस अनुसंधान के बाद सभी बिदुओं की जानकारी दी जाएगी।