विशेष संवाददाता, सारस न्यूज़, दार्जिलिंग।
खोरीबाड़ी : गुरुवार को 1971 के युद्ध की विजय के उपलक्ष्य में सूर्या फाउंडेशन के द्वारा एसएसबी की 41 वीं वाहिनी रानीडांगा के कादोमनीजोत एसएसबी जवानों का सम्मान किया गया । मौके पर कादोमनीजोत विवेक शर्मा इस्पेक्टर ने कहा कि तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान के साथ पश्चिमी पाकिस्तान की सेना नागरिकों पर अत्याचार कर रही थी । अत्याचारों के परिणाम स्वरूप लाखों की संख्या में वर्तमान बंगलादेश के नागरिक पलायन करके भारत में आने लगे । भारत ने पाकिस्तान से इस विषय में बात की तो पाकिस्तानी सेना ने आगरा, पठानकोट, श्रीनगर, जोधपुर आदि सैन्य अड्डों पर बमबारी शुरू कर दी , भारतीय सेना भी रणनीति के तहत युद्ध करने लगी जगह-जगह पाकिस्तानी सेना को मात देते हुए पाकिस्तान के बड़े भू-भाग पर कब्जा कर लिया था, तथा 93000 पाकिस्तानी सैनिकों को बंदी बना लिया ।
16 दिसंबर की सुबह जनरल जैकब को मानेक्शा ने संदेश भेजा की तुम्हारी सेना हमारे कब्जे में है और इसी के दिन भारतीय सेना के समक्ष पाकिस्तानी अधिकारियों के आत्मसमर्पण करने के बाद विजय की घोषणा की गई।

विश्व में एकमात्र भारत एक ऐसा देश है । जिसने एक साथ 93000 सैनिकों को बंदी बनाया हो हम सब भारतीयों के लिए गौरव का विषय है। साथ ही हमारा दायित्व बनता है हम भी एक सजग नागरिक के नाते सीमा क्षेत्र में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के साथ मिलकर कार्य करें। साथ ही एसएसबी समाज के विकास के लिए अनेक कार्य करती है उसमें भी ग्रामवासियों को सहभागिता निभानी चाहिए विजय दिवस के अवसर पर शहीद हुए सैनिकों को याद करते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गया। जिसमें आसपास के 5 गांव के पुरुष व महिलाओं ने कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी । कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया। सहभागी प्रतिभागियों को एसएसबी की ओर से पुरस्कार प्रदान किया गया । इस कार्यक्रम में जम प्रसाद बहाल, पूर्ण चंद्र शर्मा , केबी बिष्ठा, पूर्व कैप्टन राम खटकी, विरेन सीकदार, पूर्णिमा राय, शत्रुघ्न कश्यप , सोविन्दो बर्मन आदि की सहभागिता रही।
