सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
दक्षिण कोरिया में शुक्रवार को एक ऐतिहासिक निर्णय सामने आया, जब देश की संवैधानिक अदालत ने सर्वसम्मति से राष्ट्रपति यून सुक योल को पद से बर्खास्त (Impeached) कर दिया। राजधानी सियोल में अदालत के बाहर इस फैसले को लेकर भारी भीड़ जमा थी, जहां समर्थक और विरोधी आमने-सामने थे।
अदालत के इस फैसले के बाद देश की राजनीति में भूचाल आ गया है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब राष्ट्रपति यून पर शक्ति के दुरुपयोग, संविधान के उल्लंघन और पक्षपातपूर्ण नियुक्तियों के गंभीर आरोप लगे थे। अदालत ने अपने 7-0 के निर्णय में कहा कि यून ने राष्ट्रपति पद की मर्यादा को ठेस पहुंचाई और उनका सत्ता में बने रहना लोकतंत्र के लिए खतरा बन सकता है।
अदालत के बाहर फैसले की घड़ी में तनावपूर्ण माहौल था। जैसे ही फैसले की घोषणा हुई, यून के विरोधी जश्न में डूब गए – लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाया, नारे लगाए और खुशियाँ मनाईं। वहीं, उनके समर्थक मायूस दिखे – कुछ लोग रोते हुए नजर आए तो कुछ ने फैसले को राजनीतिक साजिश बताया।
किम जी-सोन, जो अपनी बेटी के साथ फैसला सुनने पहुंची थीं, ने कहा – “यह समय हमारे लिए बहुत कठिन रहा, लेकिन अब दिल को सुकून मिला है।”
इस फैसले के बाद अब देश में अंतरिम राष्ट्रपति शासन होगा और जल्द ही नए राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय न केवल दक्षिण कोरिया के लोकतांत्रिक ढांचे को मजबूत करता है, बल्कि पूरे विश्व में यह संदेश देता है कि कानून और संविधान से ऊपर कोई नहीं।