सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
साहिबगंज जिले के बरहेट में मंगलवार तड़के करीब 3:30 बजे एक भीषण ट्रेन हादसा हुआ, जब कोयला लदी दो मालगाड़ियां आमने-सामने टकरा गईं। इस दुर्घटना में दो ड्राइवरों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
कैसे हुआ हादसा?
मिली जानकारी के अनुसार, गोड्डा जिले के लालमटिया से एनटीपीसी फरक्का, पश्चिम बंगाल जा रही कोयला लदी मालगाड़ी, बरहेट रेलवे स्टेशन पर लूप लाइन पर खड़ी एक खाली मालगाड़ी से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों इंजनों में आग लग गई और वे बुरी तरह जलकर खाक हो गए। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोग और रेलवे कर्मी तुरंत बचाव कार्य में जुट गए।
दो ड्राइवरों की मौत, पांच गंभीर रूप से घायल
हादसे में खाली मालगाड़ी के ड्राइवर अंबुज महतो (बोकारो, झारखंड) और कलेश्वर माल (पश्चिम बंगाल) की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, कोयला लदी ट्रेन के ड्राइवर जी. के. नाथ सहित पांच अन्य कर्मचारी—उदय मंडल, इसराइल शेख, जितेंद्र कुमार, रवि घोष और शाहिद—गंभीर रूप से झुलस गए। सभी घायलों को इलाज के लिए बरहेट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है।
रेलवे को करोड़ों का नुकसान, मार्ग बाधित
इस हादसे में रेलवे को भारी वित्तीय नुकसान हुआ है। दुर्घटना के कारण इस रूट पर रेल यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि संचालन में हुई किसी चूक के कारण दोनों मालगाड़ियां एक ही ट्रैक पर आ गईं, जिससे यह टक्कर हुई। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, पटरियों को ठीक करने और सेवा बहाल करने में दो से तीन दिन लग सकते हैं।
अधिकारियों ने किया दौरा, जांच के आदेश
दुर्घटना की सूचना मिलते ही रेलवे और एनटीपीसी के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। दमकल कर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आग इतनी भयानक थी कि दोनों इंजन पूरी तरह जलकर नष्ट हो गए और पांच डिब्बे पटरी से उतर गए।
रेलवे प्रशासन ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। हादसे की वजह से रेलवे को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की गई है, और इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रेलवे सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
झारखंड में रेलवे सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। इससे पहले भी एनटीपीसी रेलवे ट्रैक पर असामाजिक तत्वों द्वारा बम ब्लास्ट कर कोयला लदी ट्रेन को पटरी से उतार दिया गया था। अब यह देखना होगा कि रेलवे प्रशासन इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए क्या ठोस कदम उठाता है।