संसू, सारस न्यूज़ टीम, कटिहार।
कटिहार बरारी प्रखंड क्षेत्र के गंगा एवं बरंडी नदी के किनारे बालू एवं मिट्टी के अवैध खनन पिछले कुछ दिनों से सक्रिय हैं, गंगा एवं बरंडी नदी के किनारे मिट्टी के अवैध खनन में जेसीबी के उपयोग से यह खादान का रूप लेता जा रहा है, जिन्हें देखने वाला कोई नहीं है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना हुआ कि नदी के सूखने के बाद से ही इन मिट्टी माफियाओं की चांदी कट रही है और खनन विभाग चैन की नींद सो रहा है, स्पर एवं तटबंध के कुछ दूरी पर मिट्टी काटकर जनजीवन पर खतरा बनाया जा रहा है। जहां इन्हें किसी की निजी भूमि पर मिट्टी काटने के एवज में बतौर मुआवजा 50 से सौ रुपए प्रति ट्रैक्टर की दर से मिट्टी की कीमत का लालच देकर मिट्टी कटाई धड़ले से करते हैं। इन माफियाओं की दादागिरी देखते ही बनता है। ये बजाब्ता दिन के उजाले में जेसीबी और दर्जनों ट्रैक्टर की सहायता से अवैध मिट्टी कटाई कर उड़ाही में लगे हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि ये लोग अपनी सुविधा अनुसार, जहां-तहां से मिट्टी काटने में लगे हैं, लिहाजा आगे बरसात के मौसम में अगर कोई बड़ा हादसा होता है तो इसके लिए यही लोग जिम्मेदार होंगे। चूंकि जहां-तहां से मिट्टी कटने पर बरसात में गड्ढे का पता नहीं चल पाता है। जिस कारण लोगों की डूबने की संभावनाएं ज्यादा बनी रहती हैं। नदी किनारे भी पानी के थाह का पता लोगों को नहीं चल पाता है। नदी पारकर खेती करने वाले किसान और पशुपालक कभी भी हादसे का शिकार हो सकते हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि अगर इन्हें रोका नहीं गया तो पूरे सीजन में ये लोग हजारों ट्रैक्टर मिट्टी की अवैध कटाई कर नदी में जहां तहां बड़े-बड़े गड्ढे बनाकर छोड़ देंगे, साथ ही लगातार मिट्टी लदी बड़ी-बड़ी गाड़ियों के आवागमन से ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें भी छतिग्रस्त हो रही है, कान्तनगर पंचायत में जब ग्रामीणों ने मिट्टी लदी बड़ी गाड़ी का आवागमन रोका तो मिट्टी माफिया द्वारा झड़प करने की बात सामने आयी। थाना को सूचना मिलते ही पुलिस कान्तनगर पहुंची तब तक खनन माफिया जेसीबी, ट्रैक्टर सभी लेकर फरार हो गया। जबकि मिट्टी ढोने के कारण सड़क टूटने लगी।
इन दिनों भवानीपुर, बैसागोविंदपुर, बिसनपुर, कान्तनगर, उत्तरी भण्डारतल, गुरूमेला, बरण्डी, डुमर सहित कई स्थानों पर मिट्टी खनन खुलेआम की जा रही है। जबकि सरकार ने किसी भी प्रकार की गंगा किनारे खनन पर सख्ती का निर्देश दिया है, लेकिन बरारी प्रखंड में यह आम बात हो गयी है। कान्तनगर पंचायत समिति सदस्य शंकर यादव ने मिट्टी माफिया के इस कारगुजारी के कारण ग्रामीण सड़क के क्षतिग्रस्त होने की दिशा में विधायक सहित स्थानीय प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए इस पर अंकुश लगाने की मांग की है।