सारस न्यूज, गलगलिया।
‘मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना’ वाली गंगा जमुनी संस्कृति एक बार फिर से किशनगंज में देखने को मिली है। मुस्लिम बहुल जिला किशनगंज में एक अनोखी मिसाल पेश करते हुए एक मुस्लिम परिवार ने मंदिर निर्माण के लिए अपनी जमीन दान कर दी।
शहर के रूईधाशा वार्ड 24 स्थित वाजपेई कॉलोनी में हनुमान मंदिर निर्माण के लिए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपनी जमीन दान में दी है। इतना ही नहीं मंदिर निर्माण के लिए गुरुवार को हनुमान जंयती के दिन मंदिर निर्माण की आधारशिला के समय दोनों समुदाय के लोग मौजूद रहे। हनुमान जयंती के अवसर पर शहर के रूईधाशा वार्ड 24 स्थित वाजपेई कॉलोनी में हनुमान मंदिर निर्माण हेतु मुस्लिम समुदाय के दो भाई फैज अहमद और फजल अहमद के द्वारा एक कट्ठा जमीन दान में दी गई। हनुमान जयंती पर गुरुवार को मंदिर निर्माण की आधार शिला रखी गई। इस अवसर पर ध्वजारोहण किया गया। पुरोहित जगन्नाथ झा के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना की गई। पूजा के बाद प्रसाद का भी वितरण किया गया। फैज और फजल अहमद के पिता स्वर्गीय जेड अहमद ने मुहल्ले वासियों को मंदिर निर्माण के लिए जमीन दान में देने की बात कही थी। लेकिन असमय उनका निधन हो गया। जिसके बाद मुहल्ले वासियों ने जब इस बात की जानकारी उनकी पत्नी और बेटों को दी तो सभी लोग सहर्ष तैयार हो गए।

इस मौके पर बिनोद मिश्रा, अमर शर्मा, उमेश ओझा, दीपक झा, पंकज झा, अमित रंजन भारती, चंदन कर्ण आदि मौजूद थे। मुस्लिम परिवार के इस सरहनीय काम की तारीफ पूरा जिला कर रहा है। आपसी सद्भावना की मिसाल पेश करती यह घटना उनके मुंह पर एक जोड़दार तमाचा है।जो हमारे देश के सदभाव और एकता को बिगाड़ना चाहते हैं।
