बीरबल महतो, सारस न्यूज़, किशनगंज।
एएमयू किशनगंज सेंटर की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए सोमवार को केंद्र सरकार से उचित पहल करने के लिए जदयू शिष्टमंडल जदयू विधान पार्षद खालिद अनवर, जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम और पूर्व मंत्री सह जदयू जिलाध्यक्ष किशनगंज नौशाद आलम ने सूबे के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी से उनके कार्यालय में मुलाकात की। मुलाकात करने के बाद यह जानकारी देते हुए जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष मुजाहिद आलम ने बताया कि एएमयू किशनगंज सेंटर को फंड रिलीज नहीं होने से एएमयू किशनगंज सेंटर की हालत दयनीय हो गई है।
उन्होंने बताया कि एएमयू शाखा में टीचिग एवं नन टीचिग पोस्ट यूजीसी और मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार से स्वीकृत नहीं होने के कारण गेस्ट टीचरों के भरोसे अभी सेंटर चल रहा है। इस शाखा को अभी तक मात्र दस करोड़ रुपये 2015 में यूजीसी से प्राप्त हुआ है। इस खर्च का उपयोगिता प्रमाण पत्र 2017 को समर्पित किया गया है। एएमयू के बार बार आग्रह के बावजूद अभी तक कोई फंड रिलीज नहीं किया गया है।
जल संसाधन विभाग बिहार सरकार द्वारा एनएमजीसी नई दिल्ली से बार बार पत्राचार करने के बावजूद भी 224.02 एकड़ एएमयू को हस्तांतरित भूमि पर निर्माण कार्य प्रारंभ करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। जिला पदाधिकारी ने अपने स्तर से प्रयास कर रहे हैं।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के तहत एएमयू मल्लापुरम सेंटर व मुर्शिदाबाद सेंटर को हास्टल निर्माण के लिए पचास पचास करोड़ रुपए दिए गए हैं। जबकि एएमयू किशनगंज सेंटर को इस मद में एनजीटी का हवाला देकर कोई फंड रिलीज नहीं किया गया है।
