शशि कोशी रोक्का, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज के माता गुजरी स्कूल ऑफ नर्सिंग मे स्तनपान दिवस को देखते हुए, मां और नवजात बच्चों के प्रति दूध के महत्व को देखते हुए स्तनपान पखवाड़ा के रूप में मनाया जा रहा है, जहां इन दिनों किशनगंज के माता गुजरी स्कूल ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल उषा बैद ने मौजूद दर्जनो मां और नर्सों को बताते हुए कहीं की हर मां को अपने बच्चों को स्तनपान अवश्य कराना चाहिए जो मां जितना स्तनपान कराएगी उसके छाती में उतना ही दूध होगा नए बच्चों की मां को बताया गया कि कब से दूध पिलाना है, और कब तक पिलाना जरूरी है। जिस मां को अगर कोरोना संक्रमण है, तो भी उस माँ को अपने बच्चे को स्तनपान कराना है, एवं दूध पिलाना मां और बच्चा दोनों के लिए जरूरी होता है, मां का दूध नहीं पिलाने से बच्चा ज्यादा बीमार होता है, भगवान हर मां के छाती में बच्चों का जान बचाने के लिए ही दूध दिया है, मां के दूध पिलाने से बच्चा कम बीमार होता है, हर मां को अपने बच्चे के जन्म के तुरंत बाद दूध पिलाना चाहिए, हर नवजात बच्चे को कम से कम 6 महीने तक केवल मां का ही दूध पिलाना जरूरी होता है, पूछा मां के बीच एक बूंद दूध बाहर का नहीं पिलाना चाहिए, तब ही बच्चा मानसिक रूप से और शारीरिक रुप से फिट होता है, वही मौजूद माता गुजरी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के मुख निर्देशक सह विधान पार्षद डॉ दिलीप कुमार जायसवाल ने मीडिया कर्मियों को बताया कि मां का दूध सह स्तनपान बच्चों के लिए जीवनदान है, जो हर नवजात के लिए, मां का दूध अमृत समान होता है, जिस कारण बच्चों की कम मौत होती है, और मां के दूध के कारण ही बच्चों में डायरिया निमोनिया से बचाव होता है, बच्चों को दवा से ज्यादा दूध काम करता है, यह ऐतिहासिक स्तनपान पखवाड़ा कार्यक्रम मेडिकल कॉलेज के लेबर वार्ड में आयोजित किया गया, जिस मौके पर मेडिकल कॉलेज के स्कूल ऑफ नर्सिंग की दर्जनों छात्रा और मां अपने बच्चों के साथ मुख्य रूप से शामिल रहे, खबर लिखे जाने तक कार्यक्रम लगातार चल रहा था, जिस कार्यक्रम के होने से नवजात बच्चों की मां में एक अलग खुशी देखने को मिली है।