बीरबल महतो, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिले में निरक्षर महिलाओं को साक्षर बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा महादलित, दलित एवं अल्पसंख्यक अतिपिछड़ा वर्ग अक्षर आंचल योजना के तहत 15 से लेकर 35 साल की 13 हजार 840 निरक्षर महिलाओं को साक्षर बनाया गया। इससे ये महिलाएं साक्षर बन पढ़ना-लिखना सीखने के साथ सरकार के संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। इसी क्रम में वित्तीय वर्ष 2021-22 में 13,840 महिलाओं को साक्षर केंद्रों पर पढ़ाते हुए अक्षर ज्ञान दिया गया। जिला के सभी सातों प्रखंड के साक्षरता केंद्रों पर महिलाओं को पढ़ना, लिखना और गणित सिखाया गया।अब इन महिलाओं के लिए बुनियादी साक्षरता परीक्षा आयोजित किए जाएंगे। नौ जनवरी को आयोजित होने वाले इस परीक्षा को फिलहाट टाल दिया गया है। तिथि निर्धारण बाद यह परीक्षा सुबह 10.00 बजे से लेकर संध्या चार बजे तक चलेगी।
इस अवधि में महिलाएं किसी भी समय अपनी सुविधानुसार तीन घंटे की बुनियादी साक्षर परीक्षा देंगी। परीक्षा में उत्तीर्ण करने वाली महिलाओं को ए,बी और सी ग्रेड में प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। इस संबंध में डीपीओ (माध्यमिक शिक्षा सह साक्षरता), किशनगंज के शौकत अली ने बताया कि किशनगंज जिले में 692 बुनियादी साक्षरता केंद्र संचालित हैं। प्रत्येक केंद्र पर 20 महिलाओं को पढ़ाया जाता है। साक्षरता केंद्र पर वर्ग संचालन की जिम्मेवारी प्रखंडवार बीईओ और केआरपी को दी गई है। उन्होंने बताया कि साक्षर बनने के बाद महिलाएं अपने हक और अधिकार के बारे में जान पाएंगी। साक्षरता से समाज की महिलाएं अपने अधिकार के प्रति जागरूक होकर ही समाज के विकास में अपना योगदान दे पाएंगे। शिक्षा के बल पर ही सबों का उत्थान और विकास संभव है।
