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किशनगंज पुलिस का वित्तीय जागरूकता संदेश

सारस न्यूज़ टीम, सारस न्यूज, किशनगंज।

किशनगंज पुलिस ने आज के डिजिटल समय में हो रहे ऑनलाइन फ्रॉड से सतर्कता बरतने के लिए आम नागरिकों की ऑनलाइन सुरक्षा से जुड़े कई गाइडलाइन जारी किए हैं। ऑनलाइन बैंक फ्रॉड अथवा लेनदेन से संबंधित किसी भी शिकायत एवं सुझाव हेतु जिला के पुलिस कप्तान डॉ. इनामुल हक मेगनु ने अपना सरकारी मोबाइल नंबर 9431822999 जारी करते हुए कहा है कि अपना नेट बैंकिंग पासवर्ड, वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी), एटीएम या फोन बैंकिंग पिन, सीवीवी नंबर, समाप्ति तिथि किसी को भी न बताएं।

कोई भी बैंक या उसके कर्मचारी उक्त जानकारियां की मांग कभी नहीं करती हैं। निरंतर अंतराल पर अपने बैंकिंग खातों के पासवर्ड बदलते रहें। हमेशा मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें और अलग अलग खातों के लिए अलग अलग आईडी व पासवर्ड को प्राथमिकता दें। पासवर्ड को मजबूत बनाने के लिए अक्षरों, संख्याओं और विशेष वर्णों का इस्तेमाल करें। ऐसे पासवर्ड का प्रयोग न करें जिससे लोग अंदाजा लगा सके।

उन्होंने बताया कि यदि आपको किसी सार्वजनिक कंप्यूटर, साइबर कैफे या साझा कंप्यूटर से नेट बैंकिंग सुविधा का उपयोग करने की आवश्यकता है तो लॉग-इन करते समय हमेशा वर्चुअल कीबोर्ड का उपयोग करें। साझा किए गए सार्वजनिक कंप्यूटरों पर या सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क का उपयोग करते समय वित्तीय लेनदेन न करें। अपना क्रेडिट या डेबिट कार्ड ऑनलाइन लेन-देन पूरा करने के बाद हमेशा अपने ऑनलाइन बैंकिंग पोर्टल या वेबसाइट से लॉग ऑफ करना हमेशा याद रखें। अपनी ऑनलाइन बैंकिंग गतिविधि को पूरा करने के बाद हमेशा अपने वेब ब्राउज़र (इंटरनेट एक्सप्लोरर, क्रोम, फ़ायरफ़ॉक्स आदि) के ब्राउज़िंग डेटा को हटा दें। जब भी आप बैंक से क्रेडिट या डेबिट कार्ड प्राप्त करें, तो सुनिश्चित करें कि लिफ़ाफ़ा ठीक से सील हो अथला क्षतिग्रस्त ना हो। यदि पैकेज के साथ छेड़छाड़ के कोई संकेत मिलते हैं, तो अपने बैंक को तुरंत सूचित करें। नया क्रेडिट या डेबिट कार्ड प्राप्त करने के बाद का पिन को बैंक की वेबसाइट या एटीएम मशीन पर जाकर ऑनलाइन बदल लें। लेन-देन के लिए स्वाइप करने के लिए दुकानदार को आपका कार्ड लेने न दें। इस दौरान पिन टाइप करते समय दूसरे हाथ से की-पैड को ढकने का प्रयास करें ताकि सीसीटीवी फुटेज का सहारा लेकर भी कोई व्यक्ति पासवर्ड न जान सकें। व्यक्तिगत फोन नंबर बैंक से रजिस्टर्ड होने चाहिए ताकि फ्रॉड की अवैध गतिविधियों की जानकारी उपभोक्ता को मिल सके। अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आने वाले लेनदेन की मैसेज को ठीक से पढ़े ताकि लेनदेन की वास्तविक स्थिति से खुद अवगत हो सके।

उन्होंने एटीएम में लेनदेन करते समय अपने आसपास के लोगों पर नजर रखने की हिदायत देते हुए बताया कि एटीएम से लेन-देन करते समय कोई भी आपके आसपास खड़ा न हो एटीएम मशीन छोड़ने से पहले अपना पिन गुप्त रखें और अपना लेनदेन पूरी तरह से बंद कर दें। अगर कुछ भी संदेह का आभास हो तो लेनदेन न करें। उन्होंने बताया कि जब आप विदेश यात्रा कर रहे हों तो तब ही इंटरनेशनल ट्रांजेक्शन के ऑप्शन को चुनें और अपने देश लौटने पर उसे बंद कर दें। ऑनलाइन बैंकिंग की सुविधा लेने वक्त अपने स्मार्टफोन ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट करते रहें। किसी भी प्रकार के ट्रांजेक्शन करने से पूर्व सारे तथ्यों की सही जानकारी जुटा कर संतोष होने पर ही किसी को रुपए ट्रांसफर करें। जिला के पुलिस कप्तान ने उक्त सुझाव जनहित में जारी करते कहा कि सतर्कता ही समाधान है। इसका ख्याल अवश्य रखें।


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