सारस न्यूज टीम, सारस न्यूज, किशनगंज।
सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए शिक्षकों को समय पर स्कूल आना अनिवार्य है। साथ ही बिना कारण बताए स्कूल से अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों पर अब कार्रवाई तय है। यह जानकारी बुधवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी किशनगंज सुभाष कुमार गुप्ता ने दी।
उन्होंने बताया कि 29 मार्च को डीपीओ और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा स्कूलों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण पदाधिकारियों द्वारा प्राप्त निरीक्षण प्रतिवेदन के आधार पर 35 शिक्षक बिना कारण बताए स्कूल से अनुपस्थित पाए गए। इनमें उत्क्रमित मध्य विद्यालय गाछपाड़ा के शिक्षक रुखसाना प्रवीण, अंजुम आरा, सांता सरकार, विजय कुमार यादव, ललिता भारती, मिथिलेश कुमार सिंह, हसरत प्रवीण, ब्युटी दास, प्रतिभा कुमारी, रुपेश कुमार झा, मनोज कुमार सिंह, अरशद फारुकी शामिल हैं। उत्क्रमित मध्य विद्यालय बहराकोल के शिक्षक मो. हुसैन आजाद, उदय कुमार चौधरी और सौरभ कुमार शामिल हैं। मध्य विद्यालय साल्की के मो. जुबैर आलम, मो. बदर आलम, सोनू सबनुर, उपेन्द्र दास, मो. आदिल प्रवेज शामिल हैं। प्राथमिक विद्यालय आदिवासी टोला के दीपक कुमार, शमा प्रवीण शामिल हैं। प्रा. विद्यालय सिघिया सुलतानपुर विद्यालय और उत्क्रमित मध्य विद्यालय लहरा फुलबाड़ी के सभी शिक्षक बिना सूचना दिए स्कूल से अनुपस्थित पाए गए। वहीं उत्क्रमित मध्य विद्यालय ट्योसा के मु. सलाहउद्दीन, मो. नजमुल हक, कुमारी रूपा साह, रविन्द्र कुमार, शकीला बानों, कविता कुमारी, इमरान सादिक, अनिता कुमारी, जुही नसरीन और प्रेरणा पुंज शामिल हैं। इन सभी 35 शिक्षकों के अनाधिकृत रूप से स्कूल से अनुपस्थित रहने के कारण अनुपस्थित अवधि का वेतन काटा गया। साथ ही इन सभी शिक्षकों से तीन दिनों कें अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया है।