बीरबल महतो, सारस न्यूज़, पोठिया।
अनियमित बिजली आपूर्ति को लेकर गुरुवार को पोठिया प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत पावर सब स्टेशन छत्तरगाछ में समाजसेवी मो. नजरूल इस्लाम के नेतृत्व में दर्जनों विद्युत उपभोक्ताओं तथा ग्रामीणों ने शांतिपूर्ण ढंग से बिजली विभाग के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान उपभोक्ताओं ने बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध जताया। लोगों ने विभागीय अधिकारियों से जल्द से जल्द बिजली व्यवस्था को सुधारने की मांग की। मौके पर पहुंचे छत्तरगाछ पावर सब स्टेशन के कनीय विद्युत अभियंता आजाद कुमार को पांच सूत्री मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा।
बताते चलें कि पोठिया प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों अनियमित बिजली आपूर्ति को लेकर उपभोक्ता काफी परेशान हैं। कभी मेंटनेंस के नाम पर तो कभी हल्की बारिश व हवा होने से घंटों बिजली आपूर्ति बाधित होना आम बात हो गया है। वहीं जब बिजली आपूर्ति बाधित रहने की जानकारी के लिए उपभोक्ताओं द्वारा विभागीय अधिकारियों से सरकारी नंबर के मोबाइल पर संपर्क किया जाता है तो पदाधिकारी फोन तक रिसीव नहीं करते हैं। इसको लेकर आक्रोशित उपभोक्ताओं एवं ग्रामीणों ने शांतिपूर्ण तरीके से बिजली विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। वहीं मौके पर पहुंचे सहायक विधुत अभियंता ठाकुरगंज मुकेश कुमार तथा विभागीय जेईई आजाद कुमार ने बिजली व्यवस्था को सुधारने का आश्वासन देते हुए किसी तरह प्रदर्शनकारियों को समझा बुझाकर विरोध प्रदर्शन को समाप्त कराया। विरोध प्रदर्शन समाप्ति के बाद प्रदर्शनकारियों ने विभागीय जेईई को अपने पांच सूत्री मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा।जिस में मुख्य रूप से बिजली व्यवस्था को जल्द से जल्द ठीक करने, विभागीय अधिकारियों को बिहार सरकार द्वारा दिए गए सरकारी नंबर पर काल करने पर उपभोक्ताओं का काल रिसीव करने, लाकडाउन के दौरान प्रखंड क्षेत्र के सभी उपभोक्ताओं का एक साल का बिजली बिल माफ करने जैसे अपने मांगों को रखा। जेईई आजाद कुमार ने बताया कि उक्त सभी बिदुओं को गंभीरता से लिया जाएगा। जहां तक लाकडाउन के दौरान एक साल का बिजली बिल माफ करने की बात है तो इसका प्रस्ताव बनाकर बिहार सरकार को भेजा जाएगा। धरना प्रदर्शन में विधि व्यवस्था के मद्देनजर छत्तरगाछ ओपी प्रभारी सरोज कुमार, एएसआई प्रभात कुमार दलबल के साथ मौजूद रहे। धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से समाजसेवी मु. नजरूल इस्लाम, अब्दुल वाहिद, मुशतकीम, अब्दुल वाजिद, मु. अनवर, मुरसलीन शेरशाह वाली, मोहम्मद इश्तियाक आलम, शुरूर हक, जहीर आलम, मौलाना अफताब अजहर सिद्दीकी, अकबर हुसैन सहित दर्जनों उपभोक्ता व ग्रामीण शामिल रहे।