शशि कोशी रोक्का, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज संक्रमण काल की चुनौतियों से निपटने को तैयार।
किशनगंज जिले में स्वास्थ्य विभाग मरीजों को गुणवत्तापूर्ण तथा सुलभ स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने को निरंतर प्रयासरत है। स्वास्थ्य विभाग के तमाम अधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ हीं नर्स, पारा मेडिकल स्टाफ, आशा, आदि स्वास्थ्य सुविधा बेहतर बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। संसाधन के साथ-साथ मानव बल भी बढ़ाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में पिछड़े जिलों में गिने जाने वाले किशनगंज में अब स्वास्थ्य सुविधाएं पहले से काफी बेहतर हुई हैं। जिला के स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन संक्रमण काल की सभी चुनौतियों से लड़कर भी स्वास्थ्य सेवाओं को जन जन तक पहुंचाने का कार्य कर रही हैं। उक्त बातें 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर असफाक उल्लाह खान स्टेडियम में ध्वजारोहण समारोह में जिलाधिकारी डॉo आदित्य प्रकाश ने कही। जिलाधिकारी ने गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के अभिभाषण में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किये गये कार्यो को सराहा। उन्होंने कहा जिले में कुल 9.26 लाख व्यक्ति को प्रथम एवं 6.59 लाख को दूसरी कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। वहीं 6 हजार से अधिक लोगो को प्रीकॉशन डोज दी गयी है।वर्तमान में 137 संक्रमित व्यक्ति ही जिले में मौजूद हैं। स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ने से लोग काफी राहत महसूस कर रहे हैं।
जिले के सदर अस्पताल के 80 बेड तक सीधे ऑक्सीजन अन्य पीएचसी में ऑक्सीजन की कमी नहीं
जिलाधिकारी ने अपने अभिभाषण में कहा कि सदर अस्पताल के 80 बेड में ऑक्सीजन सीधे पाइप लाइन से पहुंचाई जा रही है। सदर अस्पताल परिसर में हवा से ऑक्सीजन बनाने की अनूठी टेक्नोलॉजी पर आधारित पीएसए ऑक्सीजन प्लांट में पांच सौ (एलपीएम) लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन उत्पादन हो रहा है। जो पाइप लाइन से सदर अस्पताल के हर बेड तक पहुंचायी जा रही है जिससे सदर अस्पताल आत्म-निर्भर हो गया है। इसके अलावा सभी सीएचसी एवं पीएचसी में भी ऑक्सीजन सिलेन्डर की उपयुक्त व्यवस्था की गयी है। इस तीसरी लहर में किसी भी मरीज को ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी। जिले में 05 सीएचसी, 03 पीएचसी में डिजिटल एक्स-रे एवं 10 एपीएचसी में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध जिले में स्वास्थ्य सुविधा के तहत कुल 05 सीएचसी, 03 पीएचसी में डिजिटल एक्स-रे की शुरुआत की गयी है। साथ ही ब्लड जांच के साथ अन्य जांच की भी सुविधा दी जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित 10 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र(एपीएचसी) को क्रियाशील किया गया है। साथ ही सभी पीएचसी में 10 बेड कोविड रोगी के इलाज के लिए तैयार किया गया है। इन सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में चिकित्सक एवं दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
एपीएचसी में एक-एक डॉक्टर के अलावा स्टाफ नर्स की नियुक्ति की गई है। इसके अलावा कोविड से निपटने के लिए एक वर्ष के लिए सात डाक्टरों का नियोजन किया गया है। इसके अलावा मंगलवार, बुधवार एवं शुक्रवार को ई-संजीवनी के माध्यम से घर बैठे भी ओपीडी की सुविधा का जिलेवासी लाभ ले रहे हैं। टेली मेडिसिन का भी लाभ मिल रहा है। जल्द ही लक्ष्य द्वारा प्रमाणीकरण से सुरक्षित प्रसव को मिलेगा बढ़ावा स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के उद्देश्य से लक्ष्य कार्यक्रम के तहत सदर अस्पताल का राज्यस्तरीय प्रमाणीकरण किया जा चुका है। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अनवर हुसैन ने बताया कि जिलाधिकारी के सफल प्रयास से सदर अस्पताल में नए प्रसव कक्ष, मैटरनिटी सेंटर, ऑपरेशन थियेटर व प्रसूता के लिए बनाये गए हैं। लक्ष्य कार्यक्रम का मूल उद्देश्य प्रसूति विभाग से संबंधित सभी तरह की सुविधाओं को सुदृढ़ बनाना और इससे जुड़ी हुई सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाना है। जिले में मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने, प्रसव के बाद जच्च बच्चा को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिहाज से लक्ष्य प्रमाणीकरण बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके अलावा बहादुरगंज एवं पोठिया सामुदायिक अस्पताल लक्ष्य प्रमाणीकरण के लिए रीजनल कोचिग के द्वारा भ्रमण कर प्रमाणीकरण का कार्य जारी।
जिले में कार्यरत हैं 19 फ्री 102 एंबुलेंस सेवा
सिविल सर्जन कौशल किशोर ने बताया कि जिले के सभी मरीजों के लिए कुल 19 फ्री 102 एंबुलेंस सेवा 24×7 एडवांस सुविधा के साथ उपलब्ध है। जो संक्रमण काल में मरीजों के लिए काफी सहयोगी साबित हुआ है।