बीरबल महतो, सारस न्यूज, किशनगंज।
किशनगंज जिले में मैट्रिक परीक्षा 2022 में शामिल होने वाले विद्यार्थियों का कोरोना संक्रमण के कारण 20 दिसंबर से शुरू किया गया क्रैश कोर्स बाधित है। कोरोना संक्रमण के तीसरे लहर को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा 21 जनवरी तक स्कूल बंद कर दिए गए। इस वजह से मैट्रिक परीक्षा में शामिल होने वाले 15 हजार 598 विद्यार्थी क्रैश कोर्स की पढ़ाई से वंचित हो गए हैं।
विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक क्रैश कोर्स की पढ़ाई 17 विद्यालयों में शुरू की गई थी जिससे सभी विद्यार्थी इस कोर्स का लाभ उठा सकें। क्रैश कोर्स में विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, गणित और अंग्रेजी विषय की पढ़ाई होनी थी। उत्क्रमित उच्च विद्यालय, उच्च विद्यालय और प्लस टू हाई स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को ही इस कोर्स के माध्यम से पढ़ाई करवाना था। 20 दिसंबर से लेकर पांच जनवरी तक क्रैश कोर्स की पढ़ाई हुए। लेकिन कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए छह जनवरी से ही क्रैश कोर्स की पढ़ाई बंद कर दी गई। इस कोर्स की पढ़ाई बंद होने से मैट्रिक परीक्षा देने वाले 7,207 बालक और 8,391 बालिकाओं की पढ़ाई प्रभावित हुई है। इस कोर्स की पढ़ाई के लिए शिक्षक राजेश कुमार सिंह, सुमन कुमार, किशोर कुमार झा, रामांनद कुमार, सुजीत कुमार, रंजीत कुमार, कुमारी रानी सिंह, मो.एहतेशामुल हक, ज्योतिष कुमार और मिथिलेष कुमार भारती सहित कई अन्य शिक्षक चयनित हुए थे।