बीरबल महतो, सारस न्यूज, किशनगंज।
टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग की टीम संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए घर-घर जाकर लोगों का वैक्सीनेशन कर रही है, पर लोग अब भी बेपरवाह हैं। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है, लेकिन लोगों में कोई सजगता नहीं दिख रही है।
पिछले दो लहर में कोरोना से जिले में अब तक 124 लोगों की जान जा चुकी है, फिर भी लोग हाट-बाजार, चौक-चौराहों पर बिना मास्क के भीड़-भाड़ वाले जगहों पर बिना सामाजिक दूरी के घूम रहे हैं। प्रशासन के तरफ से भी अभी चेकिग अभियान नहीं चलाया जा रहा है, लेकिन लोग अपनी जिम्मेदारी नहीं समझ रहे हैं। सैनिटाइजर का प्रयोग भी लोग भूल ही चुके हैं।
टेढ़ागाछ प्रशासन के तरफ से कोविड-19 का महा टीकाकरण अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है फिर भी अन्य प्रखंडों की तुलना में टेढ़ागाछ में जागरूकता की कमी के कारण शत प्रतिशत वैक्सीनेशन नहीं हो पाया है। इसको लेकर टेढ़ागाछ प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. देवेंद्र कुमार ने बताया कि टीकाकरण के मामले में प्रखंड में अभी तक मात्र 62 प्रतिशत लोगों को ही कोविड-19 का प्रथम डोज लगा है, जबकि जिला पदाधिकारी के आदेश के अनुरूप नवंबर के अंत तक सभी लोगों को कोविड-19 का टीका लगना था पर जागरूकता की कमी की वजह से नहीं लग पाया। जिला पदाधिकारी के निर्देशानुसार 15 दिसंबर तक शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल कर लेना है परंतु जिस प्रकार स्वास्थ्य विभाग की टीम काम कर रही है इस प्रकार लक्ष्य को समय से पाना संभव नहीं दिख रहा है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने अपने अधीनस्थ कर्मियों को निर्देश दिया कि प्रतिदिन कम से कम 50 प्रथम डोज के लाभार्थियों को टीकाकरण करें, ताकि लक्ष्य के करीब शत-प्रतिशत पहुंचा जा सके। प्रतिदिन सुबह आठ बजे से वैक्सीनेशन का कार्य आरंभ कर देना है। देश में कोरोना के नए वैरिएंट आमिक्रोन ने दस्तक दे दी है। शत प्रतिशत लोगों को वैक्सीनेट कर सुरक्षा कवच तैयार करने में टेढ़ागाछ प्रशासन जुट गया है।