बीरबल महतो, सारस न्यूज़,किशनगंज।
किशनगंज जिला के दिघलबैंक प्रखंड के अंतर्गत पथरघट्टी पंचायत में बहने वाली कनकई नदी की धारा से कटाव रूकने का नाम नहीं ले रहा है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि ऊपर वाले की कहर पता नहीं कब समाप्त होगा। राहत बचाव के लिए जल निस्सरण विभाग की ओर से बांस का बैरिकेटिग तो किया जा रहा है। लेकिन बैरिकेटिग को तोड़ते हुए नदी काटव पर तुली हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि ऐसे में हमलोगों का घर नदी कटाव में ध्वस्त होता चला जा रहा है। पूरी जिदगी की कमाई घर बनाने में लगा देते हैं, और वह घर एक ही झटके में नदी अपनी आगोश में समा ले जाता है। जिसे देखकर ग्रामीणों के मन काफी व्यतीत हो गया है। ग्रामीणों ने कहा कि अब हम लोग जी के भी क्या करेंगे। कारण हमलोगों के पास खाने-पीने का भी उपाय नहीं है। कब तक हम लोग दूसरे के सहारे मांग कर खाएंगे। ग्रामीण सरताज अंजुम, युवा दिलनवाज अहमद, एमआर मुन्ना सहित अन्य लोगों ने बताया कि कनकई नदी की धारा में तो लोगों का घर द्वार तबाह हो गया है। हसीबुल, मुजाहिद आलम, नासिका, हमीदा, समीम, ज्ञासुद्दीन, नौशाद, शहनाज सहित अन्य लोगों का घर नदी में कट चुका है। पता नहीं प्रशासन उन पर कब ध्यान देगा और कब उनके आशियाने फिर से बनेंगे। हमलोगों को तो लगता है, कि ऊपर वाले का यह कहर ही टूटा हुआ है जो हम लोगों पर रहम नहीं कर रहा है। लोगों ने जिला प्रशासन से जल्द से जल्द नदी कटाव को रोकने व सरकारी राहत देने की मांग की है।