सारस न्यूज, पोठिया।
पोठिया अंचल कार्यालय कर्मियों की कमी से जूझ रहा है। जिसका आलम यह है कि खुद अंचलाधिकारी को एनआर यानि नजारत रसीद काटना पड़ रहा है। यह स्थिति पिछले दो माह से कुछ ज्यादा विकट हो गई है। उच्च वर्गीय लिपिक चंद्रशेखर के मार्च माह में सेवानिवृत्ति होने के बाद से अंचल कार्यालय में एकमात्र कर्मी शोएब रह गए हैं। इससे पूर्व अंचल कार्यालय में लिपिकीय वर्ग में तीन कर्मी पदस्थापित थे। इसमें ब्रह्मदेव मंडल, चंद्रशेखर तथा मोहम्मद शोएब शामिल हैं। ब्रह्मदेव मंडल सितंबर 2021 में सेवानिवृत्त हुए तो चंद्रशेखर मार्च 2022 में। दोनों के जगह किसी की भी पदस्थापना नहीं हुई। इस कारण फिलहाल अंचल कार्यालय में लिपिकीय वर्ग में एकमात्र मो० शोएब रह गए हैं। जो एक दुर्घटना में घायल होने की वजह से अस्वस्थ रहते हैं। तथा काम करने में इन्हें कुछ कठिनाई हो रही है। फलस्वरूप इसका सीधा असर कार्यों पर भी पड़ रहा है। जिससे आम लोग भी प्रभावित हो रहे हैं। आम लोगों की शिकायत व परेशानियों को देख अंचलाधिकारी निश्चल प्रेम स्वयं नजारत रसीद काटने लगे ।
अंचल कार्यालय में कर्मियों का अभाव के वाबजूद कार्य सुचारू ढंग से चलाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं माननीय जिला पदाधिकारी महोदय को इस मामले की जानकारी दी गई है। बहुत जल्द कर्मी पदस्थापित होने की उम्मीद है।
निश्चल प्रेम
अंचलाधिकारी, पोठिया (किशनगंज)
